कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 24 जून
कुलपति की मौजूदगी में प्रोफेसर व सुरक्षा गार्डों द्वारा हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के सिर पर लाठियों से किए गए जानलेवा हमले के विरोध में जारी धरने के 15वें दिन विवि के गेट नंबर 4 पर छात्र न्याय महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में किसान संगठन, खापों, छात्र संगठन, राजनीतिक पार्टियां, राजनीति पार्टियों के छात्र संगठन, किसान, मजदूर, कर्मचारी, ट्रेड यूनियन, गांवों के सरपंच आदि ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया।
महापंचायत के दौरान गठित छात्र कमेटी जिसमें किसान संगठनों व छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया, ने फैसला लिया कि अब वे 26 जून को शाम तक सरकार के रुख व बातचीत का इंतजार करेंगे और सरकार ने यदि सकारात्मक रुख नहीं दिखाया तो 27 जून को विवि के चारों गेटों पर धरना देकर विवि के प्रशासनिक भवन का पूरा काम एक दिन के लिए ठप किया जाएगा। इसके बाद 27 जून को धरनास्थल पर ही बैठक करके आंदोलन की आगामी रणनीति तैयार की जाएगी। इसके बाद आंदोलन को अगल-अलग कड़ियों में बढ़ाया जाएगा। पत्रकारों से बातचीत करते हुए छात्रों ने कहा कि उनकी कुलपति को हटाने सहित कुल आठ मांगें हैं जिस पर कुल 17 घंटे तक सरकार की कमेटी व जिला प्रशासन से बातचीत हो चुकी है लेकिन वार्ता विफल रही।
कमेटी ने बातचीत के दौरान छात्रों को ही आरोपी घोषित करने की कोशिश की जिसके कारण ही वार्ता विफल रही। महापंचायत में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढ़ूनी, जजपा के युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला, इनेलो विधायक अर्जुन चौटाला, कांग्रेस विधायक आदित्य सुरजेवाला, अनिल मान, धर्मवीर गोयत, पूर्व मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह, रवि आजाद, युद्धवीर सिंह आदि भी उपस्थित थे। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि छात्र जो भी फैसलाा लेंगे, वे उनका
साथ देंगे।
कायरतापूर्ण रवैये से किया हमला : दिग्विजय
जजपा के युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि छात्रों पर जो हमला हुआ है, वह हकृवि प्रशासन का बेहद कायरतापूर्ण रवैया है। जो कुलपति स्वयं लाठी उठाकर छात्रों पर लाठीचार्ज करे, वह कैसा कुलपति।
उन्हें इस पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है।
ये पूजा-पाठ वाले नहीं बलि देने वाले खानदान से हैं : टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि पहले किसानों पर और अब छात्रों पर लाठियां बरसाई गई। आरएसएस ने इस देश की संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। यह पूजा-पाठ वाले आदमी नहीं बल्कि बलि देने वाले खानदानों से हैं। छात्रों की मांगों का समर्थन करना चाहिए। छात्र आंदोलनों से तो सरकार बदल जाती है, यह तो सिर्फ कुलपति की बात है।
छात्रों की मांगों को गलत नहीं ठहरया जा सकता : दीपेंद्र
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने प्रेस बयान जारी कर आंदोलनरत छात्रों की मांगों को जायज बताते हुए उनके शांतिपूर्ण आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन दिया और कहा कि छात्रों के साथ ज्यादती कर हमला करने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई हो और वाइस चांसलर को तुरंत हटाया जाए। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि छात्रों की मांगों को कतई गलत ठहराया नहीं जा सकता। आंदोलन कर रहे छात्रों पर जानलेवा हमला किसी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को लावारिस न समझे, न्याय की इस लड़ाई में पूरे हरियाणा की जनता उनके साथ खड़ी है। इस बीच, हकृवि, लघु सचिवालय व अदालत परिसर में धारा 163 लागू कर दी है।