गौड़ शिक्षण संस्था के आजीवन सदस्यों को फिर मिला मतदान का अधिकार
स्टेट रजिस्ट्रार का फैसला, अब 76,081 मतदाता करेंगे मतदान
गौड़ शिक्षण संस्था के आजीवन सदस्यों की लंबे समय से चल रही मेहनत आखिर रंग लाई है। स्टेट रजिस्ट्रार ने बड़ा फैसला सुनाते हुए 42,974 आजीवन सदस्यों को पुनः मतदान का अधिकार दिया है। इस निर्णय से आजीवन सदस्यों में खुशी की लहर है।
संस्था के पूर्व महासचिव एवं आजीवन सदस्य एडवोकेट कृष्ण कौशिक ने बताया कि यह फैसला आजीवन सदस्यों द्वारा दायर की गई अपील पर सुनवाई के बाद आया है। अब संस्था के कुल 76,081 सदस्य आगामी चुनाव में मतदान कर सकेंगे। कृष्ण कौशिक ने कहा कि पिछले 11 वर्षों से संस्था के चुनाव नहीं हो पाए हैं।
इस अवधि में विरोधी गुटों द्वारा तरह-तरह के षड्यंत्र रचे गए ताकि चुनाव ना हो सके और आजीवन सदस्यों के मताधिकार को समाप्त किया जा सके। उन्होंने बताया कि आजीवन सदस्यों ने अपने अधिकारों की बहाली के लिए स्टेट रजिस्ट्रार में अपील की थी और अब न्याय मिलने से संस्था में फिर से लोकतांत्रिक प्रक्रिया बहाल होगी।
कृष्ण कौशिक ने कहा कि सरकार को अब बिना देरी किए संस्था के चुनाव करवाने चाहिए ताकि विकास के कार्य दोबारा गति पकड़ सकें। उन्होंने बताया कि चुनाव हुए तो वे बेहद दिलचस्प होंगे क्योंकि लंबे समय बाद सभी सदस्य मतदान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही आजीवन सदस्यों की एक अहम बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें सभी सदस्यों को निमंत्रण भेजा जाएगा।
इस बैठक में आगामी चुनाव की रणनीति तय की जाएगी और एक प्रतिनिधिमंडल कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा से भी मुलाकात करेगा। कौशिक ने कहा कि चुनाव न होने से संस्था को काफी नुकसान हुआ है, जिसे अब केवल निष्पक्ष चुनाव ही दूर कर सकते हैं।