नगूरा और अमरगढ़ में शराब के अवैध खुर्दों पर डीईटीसी के जवाब को ग्रामीणों ने किया खारिज
डीसी ने दिये निर्देश- व्यक्तिगत रूप से गांवों का दौरा कर रिपोर्ट करें अधिकारी
जिले के अमरगढ़ और नगूरा गांवों में शराब के अवैध खुर्दों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। जहां आबकारी विभाग का दावा है कि इन गांवों में किसी तरह की अवैध शराब बिक्री नहीं हो रही, वहीं शिकायतकर्ता ग्रामीणों का कहना है कि खुर्दे पहले की तरह बदस्तूर चल रहे हैं। इस मामले में अब जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने आबकारी विभाग और पुलिस को निर्देश दिए हैं कि दोनों गांवों में चल रहे अवैध शराब खुर्दों को तुरंत बंद करवाकर विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाए। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट किया जाएगा कि कौन सच बोल रहा है—विभाग या ग्रामीण। डीसी मोहम्मद इमरान रजा डीआरडीए हॉल में जिला परिवेदना समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि गांव अमरगढ़ और नगूरा में अवैध तरीके से शराब के खुर्दे चल रहे हैं, जिनसे आमजन परेशान हैं। जब डीसी ने इस बारे में उप आबकारी एवं कराधान आयुक्त (डीईटीसी) से स्थिति स्पष्ट करने को कहा, तो उन्होंने बताया कि विभागीय कर्मचारियों ने दोनों गांवों का दौरा किया था, परंतु किसी भी तरह की अवैध गतिविधि नहीं पाई गई।
डीईटीसी ने यह भी दावा किया कि शिकायतकर्ताओं ने लिखित रूप से अपनी संतुष्टि व्यक्त की है। हालांकि जब डीसी ने दूरभाष पर अमरगढ़ निवासी शिकायतकर्ता से संपर्क किया, तो उसने बताया कि शराब के खुर्दे अब भी खुले हैं और उसने कोई संतुष्टि नहीं दी थी। इस पर डीसी ने डीईटीसी को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे स्वयं दोनों गांवों का दौरा करें और रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
उन्होंने यह भी कहा कि दौरे के दौरान गैर-सरकारी सदस्य भी मौजूद रहें ताकि जांच पूरी तरह निष्पक्ष हो। डीसी ने आदेश दिया कि यथास्थिति की रिपोर्ट प्राप्त होने तक इस मामले को लंबित रखा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि दोबारा जांच में अवैध खुर्दे पाए जाते हैं तो संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
इन शिकायतों पर हुई यह कार्रवाई
डीसी विजय कुमार की कन्यादान योजना से जुड़ी शिकायत पर एडीसी को केस बनाकर सरकार को भेजने के निर्देश दिए गए। कृष्ण कुमार की भूमि रजिस्ट्री विवाद में केस दर्ज पाया गया, जिसे निस्तारित किया गया। शमशेर सिंह के मामले में एसडीएम सफीदों को जांच के निर्देश मिले। रागखेड़ा में पानी संकट पर डीसी ने टैंकरों से आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा, जबकि सीआरएसयू परीक्षा अनियमितता मामले की जांच एडीसी को सौंपी गई।
