जमीन के विवाद में युवक की मौत से भड़के ग्रामीण, राष्ट्रीय राजमार्ग किया जाम
गांव जुई खुर्द में जमीन विवाद के चलते 29 वर्षीय करण सिंह की मृत्यु से भड़के ग्रामीणों व परिजनों ने पुलिस पर आरोपियों से साठगांठ का आरोप लगाते हुए मंगलवार को दिल्ली-राजगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को गांव जुई में जाम कर दिया तथा युवक का अंतिम संस्कार करने की बजाय शव भी वहीं सड़क पर रख दिया। परिजन आरोपियों को शीघ्र पकड़ने की मांग कर रहे थे।
परिजनों के अनुसार करण सिंह पर कातिलाना हमला होने के बाद से वह डेढ़ महीने से भी ज्यादा समय तक जिंदगी और मौत के बीच लड़ता रहा और रविवार रात दिल्ली में उसकी मौत हो गई। बताया गया है कि मृतक करण सिंह व चचेरे भाई रजनीश का अपने सगे ताऊ के लड़के सज्जन, अवन व नरेश पहलवान के जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी जमीन को लेकर पहले भी मारपीट हो चुकी थी। रंजिश इस हद तक बढ़ गई कि करण सिंह 28 जुलाई को जब खेत में बने मकान से घर आ रहा था, तब रास्ते में स्कोर्पियो सवार युवकों ने कातिलाना हमला कर दिया। हमलावर करण सिंह को मृत समझकर मौके से फरार हो गए। इसके बाद करण सिंह को घायल हालत में स्थानीय लोगों ने रोहतक पीजीआई पहुंचाया। लेकिन उसकी हालत गंभीर होने के कारण उसे दिल्ली के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। मृतक करण सिंह के बड़े भाई बीएसएफ जवान कृष्ण व चचेरे भाई रजनीश ने बताया कि हमला करने का आरोपी सज्जन सिंह सगे ताऊ का बेटा व मौसेरा भाई है। आरोपी जमीन पर अवैध कब्जा करते हैं। अदालत को भी गुमराह कर देते हैं। इसके अलावा इनकी पुलिस और सरकार के नेताओं के साथ पूरी सैटिंग है। इस बारे में जुई कलां के थाना प्रभारी मुरारीलाल ने बताया कि इस मामले में आरोपी सज्जन व अवन को हाईकोर्ट से प्रोसिडिंग स्टे मिली हुई है, जिस पर 23 सितंबर को सुनवाई होनी है। उन्होंने बताया कि मामले में पुलिस अब तक हत्या प्रयास व योजना बनाने के आरोप में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। उन्होंने बताया कि बाकि आरोपी भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
एसपी पहुंचे मौके पर
जाम की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार मौके पर पहुंचे। जाम स्थल पर मृतक करण सिंह के परिजनों व ग्रामीणों को आश्वासन देते उन्होंने कहा कि मामले में जिन्होंने भी साजिश रचकर वारदात को अंजाम दिया है, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कर्ण सिंह की हत्या के आरोपी कहीं भी हों जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे। पुलिस अधिक्षक के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया।