अनदेखी से नारकीय जीवन जीने को मजबूर ग्रामीण : फौजी
भारी बारिश के कारण बवानीखेड़ा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में जलभराव की गंभीर समस्या पैदा हो गई है। बवानीखेड़ा क्षेत्र के कई गांवों में बरसाती पानी की निकासी की उचित व्यवस्था न होने से ग्रामीणों और किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जलभराव की समस्या इतनी भयंकर रूप ले चुकी है कि विभिन्न गांवों में स्कूल, अस्पताल सहित विभिन्न सरकारी भवन व खेत पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही।
इसी समस्या को जानने के लिए पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी ने रविवार को तिगड़ाना, धनाना, बड़ेसरा, मुंढाल और तालु जैसे गांवों का दौरा किया तथा ग्रामीणों व किसानों की पीड़ा जानी। पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी के दौरे के दौरान ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं विस्तार से बताईं। उन्होंने कहा कि जलभराव के कारण घरों और गलियों में पानी भर गया है, जिससे रोजमर्रा के काम करना मुश्किल हो गया है। बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत हो रही है और बीमार लोगों को अस्पताल तक पहुंचाना भी एक चुनौती बन गया है। किसानों ने बताया कि पानी खेतों में घुस गया है, जिससे उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और भी कमजोर हो गई है। पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी ने इस स्थिति के लिए सीधे तौर पर सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सरकार की अनदेखी के कारण ग्रामीण नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जल निकासी की व्यवस्था करने में विफल रही है, जिससे हर साल बारिश के मौसम में यह समस्या विकराल रूप ले लेती है। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही से ग्रामीणों का जीवन संकट में है। इस दौरान पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी ने कहा कि सरकार की विफलता के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है, सरकार को मुआवजा देना चाहिए।