Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

ग्रामीणों ने निजी स्कूल संचालक पर लगाया पंचायती जमीन कब्जाने का आरोप

रेवाड़ी मार्ग स्थित एक निजी स्कूल संचालक द्वारा स्कूल के साथ लगती पंचायती जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों को जब इसकी सूचना मिली तो उन्हाेंने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया। सरपंच व ग्रामीणों के पहुंचने...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement
रेवाड़ी मार्ग स्थित एक निजी स्कूल संचालक द्वारा स्कूल के साथ लगती पंचायती जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों को जब इसकी सूचना मिली तो उन्हाेंने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया। सरपंच व ग्रामीणों के पहुंचने पर वहां कब्जा करने वाले मौके से फरार हो गए। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।शहर के रेवाड़ी रोड पर गांव सुराणा के पास आरपीएस नाम से निजी स्कूल है। इस स्कूल के साथ गांव की पंचायती जमीन लग रही है। इस जमीन का पंचायत ने कोर्ट में भी स्कूल संचालक के खिलाफ केस किया हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल संचालक द्वारा इस जमीन पर पीछे की तरफ पक्का निर्माण कर अतिक्रमण किया जा रहा था।

सरपंच बोले, पंचायत की है जमीन

ग्राम पंचायत सुराना के सरपंच विश्वास यादव ने बताया कि उनके गांव की पंचायती जमीन स्कूल के साथ में है, उस पर स्कूल संचालक बार-बार कब्जा करना चाहते हैं। पहले भी उन्होंने यहां पर कब्जा करने की कोशिश की थी। तब भी इनको चेतावनी दी गई थी। अब फिर से यहां पर स्कूल संचालक पक्का कब्जा करना चाहते हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची।

Advertisement

गांव के परमेंद्र ने बताया कि यह पंचायती जमीन है। इस पर कोर्ट केस भी है। आरपीएस स्कूल वाले यहां कब्जा करना चाहते हैं। जब उन्हें इसका पता चला तो ग्रामीण मौके पर पहुंचे, जिसके बाद जो कब्जा कर रहे थे वे भाग गए। ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल संचालक ने यहां पर लोहे के पाइप लगवा दिए थे। रातों रात यहां पर टीन शेड के अलावा रोड़ी, डस्ट, सिमेंट भी डाल दी गई। मजदूर रात से ही काम करने लग गए थे। सुबह जब ग्रामीणों को पता चला तो ग्रामीणों ने जाकर काम बंद कराया।

Advertisement

कब्जा नहीं कर रहे थे : मनीष राव

आरपीएस स्कूल के संचालक मनीष यादव ने बताया कि स्कूल के ऊपर निर्माण का कार्य शुरू किया जाना था। इसलिए नीचे मजदूर बैठने तथा सामान रखने के लिए कच्चा निर्माण किया जा रहा था। जब मुझे इस बारे में पता चला तो काम को रुकवा दिया गया। कब्जा करने जैसी कोई भी बात नहीं है।

Advertisement
×