विजय नगर चौहरे हत्याकांड : बैलेस्टिक रिपोर्ट में खुलासा- वारदात में एक नहीं चार से ज्यादा हथियारों का हुआ इस्तेमाल
सामाजिक संस्था ने मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग उठाई
विजयनगर में हुए बबलू पहलवान चौहरे हत्याकांड की जांच अब एक बार फिर चर्चा में है। सामाजिक संस्था अमन वेलफेयर सोसायटी ने इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। संस्था की प्रधान रेणु कुमारी ने प्रेसवार्ता में कहा कि इस हत्याकांड में कई गंभीर विसंगतियां सामने आई हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पुलिस की जांच अधूरी और पक्षपातपूर्ण रही है।
रेणु कुमारी ने कहा कि अदालत में विचाराधीन इस मामले में पुलिस द्वारा पेश की गई गवाही और बैलेस्टिक रिपोर्ट से यह साबित होता है कि वारदात में एक नहीं, बल्कि चार से अधिक हथियारों का प्रयोग किया गया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि हत्यारे एक नहीं बल्कि चार से ज्यादा थ।
इसके बावजूद पुलिस द्वारा बरामद पिस्तौल से मृतकों के शरीर से निकली गोलियों का कोई मिलान नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि आरोपी मोनू उर्फ अभिषेक का जीएसआर टेस्ट (गन शॉट रेजिड्यू) नेगेटिव आया, जिससे यह सिद्ध होता है कि उसने घटना के दिन गोली नहीं चलाई, जबकि मृतक बबलू पहलवान का यही टेस्ट पॉजिटिव पाया गया।
संस्था का कहना है कि ये तथ्य इस बात की ओर इशारा करते हैं कि मोनू उर्फ अभिषेक निर्दोष है और असली हत्यारे अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। रेणु कुमारी ने सरकार और उच्चाधिकारियों से अपील की है कि इस भीषण हत्याकांड की निष्पक्ष जांच सीबीआई को सौंपी जाए ताकि वास्तविक दोषियों को सजा मिल सके।
गौरतलब है कि यह घटना करीब चार वर्ष पहले हुई थी, जब बबलू पहलवान, उनकी पत्नी, बेटी और नानी की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अभिषेक को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और वह अब भी जेल में है, जबकि मामला अदालत में विचाराधीन है।
