पंचायत फंड को लेकर हंगामा, सरपंच ने लगाया बदसलूकी का आरोप
गांव के युवाओं ने बताया कि पंचायत में 36 बिरादरी और मौजीज लोग मौजूद थे, लेकिन सरपंच रामचंद्र ने इसमें शामिल होने से मना कर दिया। उनका कहना था कि वह केवल मौजीज लोगों की पंचायत में ही शामिल होंगे। इससे पंचायत में विवाद खड़ा हो गया। विवाद के बीच सरपंच रामचंद्र ने सोरखी पुलिस चौकी में शिकायत दी।
शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि रविवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे कई ग्रामीण उनके घर पहुंचे और बैठक का दरवाजा बंद कर दिया। सरपंच के अनुसार, राहुल, माहली पंच, अशोक पंच, संदीप, सचिन, रोहित बेलदार, सनम, स्टार डीजे वाला, धर्मपाल पंच, राजकुमार, पोलार्ड, मनोज, कुलदीप, बलजीत, साहिल, सोनू सहित अन्य लोग उनके साथ जातिसूचक गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी।
सरपंच ने यह भी कहा कि उनकी पत्नी मेवा बीच-बचाव करने आईं, लेकिन उनके साथ भी बदसलूकी हुई। उन्होंने आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस पर पंच अशोक कुमार ने सरपंच के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि इंद्र गिरी डेरा में हुई पंचायत में सभी बिरादरी और मौजीज लोग मौजूद थे।
सरपंच को केवल विकास कार्यों पर चर्चा के लिए बुलाया गया था। उन्होंने दावा किया कि जब सरपंच नहीं आए तो लोग उनके घर गए, लेकिन वहां किसी तरह की गाली-गलौज या धमकी नहीं दी गई। ग्रामीणों का भी कहना है कि सरपंच द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।