सोनीपत निगम में हंगामा, धरनारत कर्मियों और अधिकारियों में भिड़ंत
नगर निगम कार्यालय परिसर में शुक्रवार को सफाई कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच झड़प हो गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई। झड़प कथित मारपीट तक पहुंच गई। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि अधिकारियों को बचने के लिए नगर निगम कार्यालय से पीडब्ल्यूडी की ओर भागना पड़ा। लेकिन भड़के हुए सफाई कर्मी वहां भी पहुंच गए और कथित तौर पर मारपीट की। इस दौरान पीडब्ल्यूडी का चौकीदार भी घायल हो गया, जबकि कई अन्य लोगों को मामूली चोटें आईं। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में किया।
नगर निगम के पूर्वी जोन में 31 अगस्त को सफाई का टेंडर समाप्त हो गया था। इसके बाद निगम ने नई टेंडर प्रक्रिया शुरू की। इस बीच लगभग 15 दिन तक सफाई कार्य नहीं हुआ। 15 सितंबर को निगम ने सफाई की जिम्मेदारी नए ठेकेदार को सौंप दी। कर्मचारियों का आरोप है कि इससे हालात और बिगड़ गए। निगम ने लगभग 1.65 करोड़ रुपये का टेंडर दिया है। पहले यहां करीब 600 कर्मचारी कार्यरत थे, लेकिन नए ठेकेदार ने केवल 300 कर्मचारियों को ही रखा। इससे नाराजगी बढ़ गई। यूनियन प्रधान मुकेश टांक ने आरोप लगाया कि कर्मचारियों को 15 हजार रुपये मासिक वेतन देने का वादा किया गया था, लेकिन अब केवल 9 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। इसी कारण सैकड़ों सफाई कर्मचारी नगर निगम कार्यालय पहुंचकर ठेका प्रथा के विरोध में धरने पर बैठ गए। शुक्रवार को भी यह धरना जारी रहा और इसी दौरान कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच कहासुनी हो गई।
कर्मचारियों ने लगाए गाली-गलौज के आरोप
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने महिलाओं से गाली-गलौज और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। इससे गुस्साए कर्मचारियों ने अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की और कथित मारपीट कर दी। हालात बिगड़ने पर अधिकारी पीडब्ल्यूडी कार्यालय में भागे, लेकिन वहां भी कर्मचारियों ने हंगामा कर दिया। इस दौरान पीडब्ल्यूडी का एक कर्मचारी चोटिल हो गया। पुलिस को दोनों पक्षों से शिकायतें मिली हैं।
हम ठेका प्रथा का विरोध कर रहे हैं। इसको लेकर पैदल कूच भी किया है। हम मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे, लेकिन अधिकारियों ने आकर बदतमीजी की और महिलाओं के साथ गाली-गलौज की। इसी वजह से झड़प हुई।
-मुकेश टांक, प्रधान, ठेका सफाई कर्मचारी
ठेका सफाई कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया गया था, लेकिन उन्होंने सफाई ब्रांच के अधिकारियों से मारपीट की। इस मामले की शिकायत पुलिस को दी गई है। कर्मचारी सुपरवाइजर लगाने की जिद पर अड़े हैं। वे वही कर्मचारी रखना चाहते हैं, जो पहले कार्यरत थे, और वही वेतन लेना चाहते हैं, जो पहले मिलता था।
-साहब सिंह, सीएसआई, नगर निगम सोनीपत