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किसी अन्य की प्रॉपर्टी आईडी लगाकर अनधिकृत कॉलोनी की रजिस्ट्री करवा दी

तहसीलदार, रजिस्ट्री क्लर्क, नपा कर्मी, दो प्रॉपर्टी डीलर सहित नौ लोगों पर केस दर्ज
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फतेहाबाद, 26 जून (हप्र)

जिला पुलिस ने भाटिया कॉलोनी निवासी विधवा सुनीता शर्मा की प्रॉपर्टी आईडी का यूज करके अनधिकृत कॉलोनी के प्लॉट

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की रजिस्ट्री किसी और के नाम करवाने के आरोप में तत्कालीन तहसीलदार, रजिस्ट्री क्लर्क, नगर परिषद् में प्रॉपर्टी आईडी बनाने वाले क्लर्क के अलावा दो प्रॉपर्टी डीलर पुनीत व मखन कंबोज के खिलाफ केस दर्ज किया है।

इसके अलावा रजिस्ट्री करवाने वाले नीता रानी, सुनीता, सुमन रानी व कर्म सिंह को आरोपी बनाया गया है। यह मामला अगस्त, 2023 का है। शिकायतकर्ता सुनीता शर्मा जब किसी कार्य के लिए प्रॉपर्टी आईडी निकलवाने गई तो उसे पता चला कि उसकी प्रॉपर्टी आईडी नंबर एमसीएफ/बी 05/0433 पर तो नीता, सुनीता, सुमन व कर्म सिंह का नाम दर्ज है, किसी ने फ्रॉड करके उसकी प्रॉपर्टी आईडी पर नाम दर्ज करवा लिया। महिला ने बताया कि उसका भाटिया कॉलोनी में 14 मरले के प्लॉट में मकान भी बना हुआ है।

महिला का यह भी आरोप है कि जब इस फ्रॉड का उसके पति केवल कृष्ण शर्मा को पता चला तो वह अधिकारियों के चक्कर काटकर परेशान हो गए तथा इसी परेशानी के चलते 2024 में उनकी मृत्यु हो गई। महिला सुनीता शर्मा ने इसकी शिकायत 19 मई के समाधान शिविर में दी थी। इसमें कहा गया था कि उसे पता चला है कि इस सारे फ्रॉड में तत्कालीन तहसीलदार, रजिस्ट्री क्लर्क, नगर परिषद कर्मचारी, 2 प्रॉपर्टी डीलर व अपने नाम प्रॉपर्टी आईडी में दर्ज कराने वाले तीनों शामिल हैं।

समाधान शिविर में भी महिला की शिकायत पर करीब एक महीने तक कोई समाधान नहीं किया गया तो महिला ने एसपी से मामला दर्ज करने की गुहार लगाई।

इस पर शहर पुलिस ने 25 जून को सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

तहसीलदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया

एक तहसीलदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रजिस्ट्री कार्यालय में रजिस्ट्री सॉफ्टवेयर प्रॉपर्टी आईडी डालने पर एरिया नहीं बताता। इसी का फायदा उठाकर प्रॉपर्टी डीलर अनधिकृत कॉलोनी में प्लॉट खरीदने वाले के नाम के व्यक्ति को अधिकृत कॉलोनी में ढूंढ़ते हैं। उसी नाम के व्यक्ति की अधिकृत कॉलोनी की प्रॉपर्टी आईडी पर अनधिकृत कॉलोनी में उसी नाम पर रजिस्ट्री करवा देता है, जो रजिस्ट्री होने पर ऑटो मोड में नगर परिषद् में दर्ज हो जाती है। इस तरह किसी और की प्रॉपर्टी आईडी का यूज करके अनधिकृत कॉलोनी में रजिस्ट्री करवाने के काफी मामले सामने आ रहे हैं।

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