दूषित पेयजल आपूर्ति से परेशान डीसी कॉलोनी वासियों ने किया प्रदर्शन, समाधान शिविर में लगाई गुहार
बोले- 20 वर्षों से बूस्टर की नहीं हुई सफाई, दूषित पानी पीकर बीमार हो रहे हैं वार्डवासी
स्थानीय डीसी कॉलोनी के वार्ड नंबर 30 और 31 के निवासी लंबे समय से दूषित पेयजल और जलसंकट की समस्या से परेशान हैं। सोमवार को कॉलोनीवासी स्थानीय लघु सचिवालय पहुंचे और समाधान शिविर में अतिरिक्त उपायुक्त के समक्ष अपनी समस्या रखी। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉलोनी को पानी सप्लाई करने वाला बूस्टर 20 वर्षों से साफ नहीं हुआ है, जिससे टैंक के अंदर गंदगी, प्लास्टिक, कूड़ा-कर्कट और कीटाणु तैरते रहते हैं। इसके कारण वार्डवासियों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है और कई लोग बीमार हो रहे हैं।
वार्डवासी रिटायर्ड सूबेदार सतबीर सिंह यादव, रिटायर्ड मैनेजर रामकुमार, किसान नेता गंगाराम श्योराण, राजपाल, जिले सिंह और महिपाल ने बताया कि बूस्टर के अंदर गाद और मिट्टी की मोटी परत जम चुकी है। टैंक का ढक्कन भी टूटा हुआ है, जिससे बाहरी गंदगी और कीड़े-मकोड़े आसानी से पानी में चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि सफाई न होने के कारण टैंक अब बीमारी फैलाने का स्रोत बन चुका है।
निवासियों ने बताया कि कॉलोनी में पानी सप्लाई करने वाले वाल्व भी खराब स्थिति में हैं। ये वाल्व जमीन से करीब तीन फुट नीचे गड्ढों में लगे हैं, जिनमें हमेशा गंदा पानी भरा रहता है। लोगों का कहना है कि महीने में मुश्किल से 12 से 15 दिन ही पानी की सप्लाई होती है और वह भी केवल 20 से 25 मिनट के लिए आती है। कम प्रेशर के कारण ऊपरी मंजिलों तक पानी पहुंच ही नहीं पाता।
वार्डवासियों ने मांग की कि बूस्टर की तुरंत सफाई करवाई जाए, मोटरों की क्षमता बढ़ाई जाए और वाल्वों को ऊपर लगाकर लीकेज रोकी जाए। साथ ही पानी सप्लाई का समय तय कर नियमित वितरण सुनिश्चित किया जाए। कॉलोनीवासियों ने आरोप लगाया कि जल सप्लाई कर्मचारी अपने काम में लापरवाह है और बूस्टर पर कभी मौजूद नहीं रहता। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
