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स्वतंत्रता संग्राम की रीढ़ थे जनजातीय वीर : सीताराम व्यास

आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं, यह जनजातीय वीरों के बलिदान का ही परिणाम है। उनके संघर्ष को इतिहास की किताबों में बहुत कम जगह मिली, लेकिन सच्चाई यह है कि उनका योगदान अतुलनीय है। यह बात...
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संगोष्ठी में उपस्थित अतिथिगण व स्टाफ सदस्य। -हप्र
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आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं, यह जनजातीय वीरों के बलिदान का ही परिणाम है। उनके संघर्ष को इतिहास की किताबों में बहुत कम जगह मिली, लेकिन सच्चाई यह है कि उनका योगदान अतुलनीय है।

यह बात वैश्य महाविद्यालय भिवानी के राजनीतिक शास्त्र विभाग एवं वनवासी कल्याण आश्रम हरियाणा के युवा एवं विश्वविद्यालय आयाम के संयुक्त तत्वावधान में महाविद्यालय के सभागार मेंस्वतंत्रता संग्राम में जनजाति वीरों का योगदान विषय पर आयोजित विचार संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता उतर क्षेत्र संघ चालक एवं सुप्रसिद्ध सामाजिक चिंतक श्री सीताराम व्यास ने युवा वर्ग को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हमें गर्व से कहना चाहिए कि स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय वीर हमारी रीढ़ थे। उन्होंने वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा विभिन्न प्रकल्पों के माध्यम से चलाए जा रहे जनसेवी कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि सेवा एवं त्याग वनवासी कल्याण आश्रम का मुख्य ध्येय है।

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उन्होंने बताया कि बिरसा मुंडा ने यह संदेश दिया था कि हमें अपनी संस्कृति और जमीन बचानी है। तिलका मांझी ने अंग्रेजों के खिलाफ बगावत कर यह दिखाया कि वीरता जाति या समुदाय से नहीं, बल्कि संकल्प से आती है। ऐसे वीरों की गाथा हर भारतीय के लिए प्रेरणा है।

विचार संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य वक्ता उतर क्षेत्र संघ चालक सीताराम व्यास, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. पवन शर्मा, विशिष्ट अतिथि प्रांत युवा अध्यक्ष डॉ. एपी नायक, वैश्य महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गोयल, प्रांत विश्वविद्यालय अध्यक्ष डॉ. प्रोमिला सुहाग, वनवासी कल्याण आश्रम के प्रांत अध्यक्ष अशोक जिंदल, नगर अध्यक्ष कैलाश अग्रवाल, वैश्य महाविद्यालय के राजनीतिक शास्त्र विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ. रत्न सिंह ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। स्वागतीय उद्बोधन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गोयल ने दिया। विशिष्ट अतिथि प्रांत युवा अध्यक्ष डॉ. ए पी नायक, वनवासी कल्याण आश्रम के प्रांत अध्यक्ष अशोक जिंदल ने भी विचार व्यक्त किये। मंच का संचालन कर रहे प्रो हरिकेश पंघाल ने किया। वैश्य महाविद्यालय के राजनीतिक शास्त्र विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ. रत्न सिंह ने इस कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों एवं विद्यार्थियों का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।

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