सामाजिक संस्थाओं द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाओं में कथित गड़बड़ी की उच्च स्तरीय जांच हो : गुप्ता
शहर की विभिन्न संस्थाओं द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाओं में बढ़ते भ्रष्टाचार और इन संस्थाओं में हुई कथित अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर शीघ्र ही शहर के सभी वर्गों के मौजिज लोगों की एक बैठक बुलाई जाएगी। पत्रकारों से बातचीत में सामाजिक कार्यकर्ता जय कुमार गुप्ता ने कहा कि शहर की संस्थाओं वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट, वैश्य सीनियर सैकेंडरी स्कूल, किरोड़ीमल स्कूल, किरोड़ीमल कॉलेज आदि प्रबंधन समिति का विस्तार कर उसमें शहर के अन्य गणमान्य लोगों को शामिल करना चाहिए, ताकि ये संस्थाएं और अधिक बेहतर ढंग से शिक्षा क्षेत्र में कार्य कर सकें। जय कुमार गुप्ता ने कहा कि समाज के गणमान्य लोगों द्वारा चंदा एकत्रित कर इन सामाजिक संस्थाओं का गठन कर शिक्षण संस्थान शिक्षा प्रदान करने के लिए स्थापित किए गए थे, लेकिन आज कई संस्थाओं में व्याप्त स्तर पर गोलमाल है। ऐसे में इन संस्थाओं की कार्यशैली में क्या पारदर्शिता बरती जा रही है, इसका लोगों को पता नहीं चल पा रहा है। इसलिए वे मांग करते हैं कि इन संस्थाओं में शहर के गणमान्य लोगों को सदस्यतता दी जाए और इसके लिए एक राशि निर्धारित की जाए।उन्होंने कहा कि शहर के वैश्य मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल में 30 लाख रुपये की राशि का गबन किया गया। जांच के उपरांत जांच अधिकारी धीरेन्द्र खड़गटा ने एफआईआर के लिए उपायुक्त को पत्र लिखा था। उपायुक्त के आदेश के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली, लेकिन आज तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
यही नहीं आरोपी ने बिना प्रस्ताव पास किए वैश्य इंटरनेशनल स्कूल का निर्माण करवाकर करोड़ों की राशि को इधर से उधर कर दिया। यह राशि वैश्य मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल के छात्रों के अभिभावकों से ली गई थी। उन्होंने कहा कि वैश्य मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विधायक घनश्यामदास सर्राफ व प्रमुख समाजसेवी बृजलाल सर्राफ से मांग करते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष ढंग से जांच करवाएं।