ड्रेन ओवरफ्लो का अभी भी डर, कमजोर बर्म पर कट्टे लगाकर बनाया जाए मजबूत : ओमप्रकाश
किसान सभा व सीटू के प्रतिनिधि मंडल ने घग्गर ड्रेन पर जाकर लिया स्थिति का जायजा
अखिल भारतीय किसान सभा और मजदूर संगठन सीटू ने भिवानी घग्गर ड्रेन की कमजोर स्थिति पर चिंता जताते हुए इसे तुरंत मजबूत करने की मांग की है। संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने सागवान गांव के पास ड्रेन का निरीक्षण किया और कहा कि यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो यहां फिर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं।
किसान सभा के जिला उपप्रधान व माकपा नेता कामरेड ओमप्रकाश ने बताया कि सागवान-बलियाली रोड से पुराने बलियाली माइनर तक ड्रेन अभी भी ओवरफ्लो की स्थिति में है। इसी हिस्से से कुछ समय पहले ड्रेन ओवरफ्लो होकर टूटी थी और सागवान गांव जलमग्न हो गया था। अब स्थिति यह है कि सागवान साइड में ड्रेन की बर्म लगभग खत्म हो चुकी है।
तीन हफ्ते पहले ग्रामीणों और किसानों ने भारी संख्या में रेत के कट्टे डालकर बहाव को रोका था, लेकिन अब उन कट्टों से भी पानी रिसाव शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि पीछे की धनाना-समैण ड्रेन व तालु, मंढाना ड्रेन का पानी बापोड़ा में आकर इसी भिवानी घग्गर ड्रेन में मिलता है।
फिलहाल इस अतिरिक्त पानी को मोटर लगाकर निगाणा फीडर में डाला जा रहा है, लेकिन जैसे ही बिजली की आपूर्ति बाधित होती है, घग्गर ड्रेन के ओवरफ्लो का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए निगाणा फीडर में और अधिक पानी डालने की व्यवस्था होनी चाहिए। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी सुझाव दिया कि ड्रेन की कमजोर बर्म पर तुरंत अतिरिक्त रेत के कट्टे लगवाए जाएं और भुरटाना चौक (तोशाम-बवानी खेड़ा रोड) पर दो अतिरिक्त बीटी लगाकर ड्रेन का पानी आगे निकालने की व्यवस्था की जाए।
कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि सिंचाई विभाग को तुरंत सक्रिय होकर ओवरफ्लो रोकने के उपाय करने होंगे, अन्यथा आसपास के गांवों पर फिर से खतरा मंडराने लगेगा। निरीक्षण में सीटू नेता सुखदेव पालवास, अभिषेक शर्मा, बलजीत सिंह (सरपंच प्रतिनिधि), किसान बलवान व सतबीर भी शामिल रहे।