विद्यार्थियों में प्रतिभा की कमी नहीं : गुप्ता
वैश्य महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाइयों द्वारा शुक्रवार को शहीदी दिवस एवं एनएसएस स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में राज्य स्तरीय ‘वीर गाथा वाचन प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व प्राचार्य डॉ. संजय गोयल ने किया, जबकि इकाई प्रभारी डॉ. कामना कौशिक और डॉ. मोहनलाल ने संयोजन किया। पुरस्कार वितरण समारोह का शुभारंभ वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के प्रधान अधिवक्ता शिवरतन गुप्ता, समाजसेवी सचिन जैन, प्राचार्य डॉ. संजय गोयल, डीन एकेडमिक डॉ. नरेंद्र सिंह, डीन युवा कल्याण प्रो. धीरज त्रिखा, स्वपोषित विभाग की निदेशक डॉ. प्रोमिला सुहाग तथा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाईयों के प्रभारियों ने संयुक्त रूप से किया। मंच संचालन स्वयंसेविका छवि ने किया। प्रतियोगिता में बल्लभगढ़, गुरुग्राम, बहादुरगढ़, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, डबवाली, भिवानी, तोशाम और बहल के महाविद्यालयों से आए लगभग 40 विद्यार्थियों ने भाग लिया और वीर शहीदों के जीवन से प्रेरित गाथाओं का वाचन किया। प्राचार्य डॉ. संजय गोयल ने अपने स्वागत उद्बोधन में विद्यार्थियों को शहीदों के त्याग और बलिदान से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
मुख्य अतिथि शिवरतन गुप्ता ने कहा कि वैश्य महाविद्यालय के विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, इसी का परिणाम है कि यहां के अनेक पूर्व छात्र आज देश-विदेश में प्रतिष्ठित पदों पर कार्यरत हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को मेहनत और लगन से आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। विशिष्ट अतिथि समाजसेवी सचिन जैन ने कहा कि विद्यार्थियों को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि लक्ष्य निर्धारित कर अपनी प्रतिभा को पहचानते हुए जीवन में सफलता की ओर अग्रसर होना चाहिए।