केंद्र सरकार के जातिगत जनगणना करवाने के फैसले से पंजाबी समाज में खुशी की लहर
केंद्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना करवाने के ऐतिहासिक फैसले का समस्त पंजाबी खत्री सभा ने स्वागत किया है और पदाधिकारियों ने इस निर्णय काे सामाजिक न्याय और बराबरी की दिशा में अहम कदम बताया है। सभा के राष्ट्रीय विस्तारक सुरेश अरोड़ा ने कहा कि जातिगत जनगणना की मांग को लेकर सभा लंबे समय से संघर्षरत थी और राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वदानंद आर्य के नेतृत्व में विभिन्न माध्यमों से सरकार तक कई बार अपनी बात भी पहुंचा चुकी थी।
यही नहीं इस कार्य के लिए संगठन के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल वौहरा ने 5 हजार लोगों के पास जाकर हस्ताक्षर करवाकर प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे थे। अब सरकार ने जातिगत जनगणना करवाए जाने का फैसला लिया है, जो कि समस्त पंजाबी खत्री सभा के संघर्ष की जीत है। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना से उन्हे पंजाबी समाज की सच्ची सामाजिक स्थिति का आंकलन करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि पंजाबी समाज में जनसंख्या देश भर में काफी तादात में है। ऐसे में जातिगत जनगणना होने के बाद समाज को अपनी असली ताकत संख्या बल का पता लग पाएगा, इससे सरकार भी पंजाबी समाज के हित में जनकल्याकारी योजनाएं लागू करने के लिए बाध्य होगी।