Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

जाट धर्मशाला की चौधर पर घमासान, सर्वसम्मति बनाने का आज होगा अंतिम प्रयास

दो गुटों में बंटी जाट धर्मार्थ सभा, अगर नहीं बनी सहमति तो होगा चुनावी मुकाबला जींद की अर्बन एस्टेट कॉलोनी स्थित प्रतिष्ठित जाट धर्मशाला की संचालक संस्था जाट धर्मार्थ सभा में नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर गहमागहमी चरम पर...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement
दो गुटों में बंटी जाट धर्मार्थ सभा, अगर नहीं बनी सहमति तो होगा चुनावी मुकाबला

जींद की अर्बन एस्टेट कॉलोनी स्थित प्रतिष्ठित जाट धर्मशाला की संचालक संस्था जाट धर्मार्थ सभा में नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर गहमागहमी चरम पर है। संस्था की कमान किसके हाथ में होगी, इसे लेकर चल रही खींचतान के बीच रविवार को सर्वसम्मति बनाने का अंतिम प्रयास किया जाएगा।

Advertisement

अगर यह प्रयास विफल होता है, तो संस्था के 30 साल के इतिहास में पहली बार मतदान के जरिए नई कार्यकारिणी का चुनाव किया जाएगा। प्रदेश की सबसे प्रमुख जाट धर्मशालाओं में शामिल इस संस्था में अब तक हर बार आमसभा की बैठक में आपसी सहमति से पदाधिकारियों का चयन होता रहा है। लेकिन इस बार चौधर को लेकर दो गुटों के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। पहली बार कॉलेजियम स्तर पर मतदान की नौबत आ गई है।

अर्बन एस्टेट कॉलोनी स्थित जींद की जाट धर्मशाला कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला के बाद पूरे प्रदेश में सबसे अव्वल दर्जे की जाट धर्मशालाओं में शुमार होती है। इसका संचालन जाट धर्मार्थ सभा करती है। जाट धर्मार्थ सभा की चौधर को लेकर कभी चौधरी आमने-सामने नहीं हुए थे। इसके लगभग 30 साल लंबे इतिहास में कभी कॉलेजियम तक के चुनाव की नौबत नहीं आई थी। हर बार आम सभा की बैठक बुलाकर सर्वसम्मति से सभा की कार्यकारिणी का गठन कर दिया जाता था। 30 साल में पहली बार जाट धर्मार्थ सभा के कॉलेजियम में मतदान की नौबत आई।

आज बुलाई गई अहम बैठक

रविवार को जाट धर्मार्थ सभा के 105 कॉलेजियम सदस्यों और अन्य प्रमुख गणमान्य लोगों की विशेष बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में प्रधान, उपप्रधान, महासचिव, कोषाध्यक्ष सहित कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों के नामों पर सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा। सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से भी अपने समर्थकों को सर्वसम्मति के लिए तैयार करने की अपील की गई है।

मतभेद नहीं सुलझे तो होगा सीधा चुनाव

जाट धर्मार्थ सभा की कार्यकारिणी के गठन पर रविवार को सर्वसम्मति नहीं बन पाई, तो सभा राजनीति का बड़ा अखाड़ा बन जाएगी। इसमें पहले ही चौधर को लेकर दो गुट बने हुए हैं। चुनाव की स्थिति बनी, तो संस्था में जबरदस्त खींचतान और शक्ति प्रदर्शन देखने को मिलेगा। सर्वसम्मति नहीं बन पाने की सूरत में 9 से 12 सितंबर तक विभिन्न पदों के लिए आवेदन जमा कराए जाएंगे। 13 सितंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 14 को नाम वापस लिए जा सकेंगे। 18 को मतदान होगा।

Advertisement
×