महिला सदस्य ने हाईकोर्ट को भेजी शिकायत, कार्रवाई की मांग
रोहतक, 13 जुलाई (हप्र)
20 जुलाई को होने वाले वैश्य शिक्षण संस्था के कॉलेजियम चुनावों से पहले फर्जी प्रस्तावक बनाए जाने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। संस्था की आजीवन सदस्य रितु गर्ग ने एक प्रत्याशी द्वारा उनके नाम का दुरुपयोग करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने मामले को लेकर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक व न्यायिक अधिकारियों को लिखित शिकायत भेजकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
रितु गर्ग का कहना है कि 20 को होने वाले त्रिवार्षिक चुनावों के लिए जारी वोटर सूची में उन्हें पता चला कि प्रत्याशी भीम देव सिंगल ने नामांकन भरते समय उन्हें अपने प्रस्तावक के रूप में दर्शाया है। जबकि उन्होंने न तो किसी प्रकार के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए हैं, न ही अपनी सहमति दी है। उन्होंने कोई पहचान-पत्र या अन्य दस्तावेज तक उस प्रत्याशी को नहीं दिए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्य केवल व्यक्तिगत लाभ के लिए और उन्हें धोखा देने की नीयत से किया गया है, जिसमें चुनाव अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध प्रतीत होती है। रितु गर्ग ने इस आशंका को लेकर चुनाव अधिकारी को पहले ही लिखित आपत्ति सौंप दी है।
उन्होंने जिला रजिस्ट्रार, फर्म्स एवं सोसायटी कार्यालय में स्वयं उपस्थित होकर प्रत्याशी का नामांकन रद्द करने और उसे चुनाव से अयोग्य घोषित करने की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक ऐसे फर्जीवाड़े पर सख्त कार्यवाही नहीं होती, संस्था की चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल बना रहेगा।
रितु गर्ग ने इस पूरे प्रकरण को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, राज्य रजिस्ट्रार, डीजीपी हरियाणा, एडीजीपी रोहतक रेंज, उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक सहित तमाम उच्च अधिकारियों को शिकायत भेजी है। उन्होंने मामले में दोषियों पर एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।