Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

बरसात से जिन किसानों की खड़ी फसलें बर्बाद हुई, उन्हें दोगुना मुआवजा दे प्रदेश सरकार : दीपेंद्र हुड्डा

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बवानी खेड़ा हलके के गांव धनाना, तालु व पुर आदि गांवों में पहुंचकर खेतों में जलभराव से बर्बाद फसलों का मुआयना किया। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के कारण प्रेमनगर, जताई, घुसकानी, चांग, तिगड़ाना,...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
भिवानी में बर्बाद फसलों का मुआयना करते सांसद दीपेंद्र हुड्डा व अन्य नेता। -हप्र
Advertisement

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बवानी खेड़ा हलके के गांव धनाना, तालु व पुर आदि गांवों में पहुंचकर खेतों में जलभराव से बर्बाद फसलों का मुआयना किया। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के कारण प्रेमनगर, जताई, घुसकानी, चांग, तिगड़ाना, बड़ेसरा, मिथाथल, कूंगड़, भैणी, प्रेम नगर आदि इलाकों में भी खेतों में 3-4 फुट पानी जमा होने के कारण कपास, नरमा, ज्वार व बाजरा की सारी फसल नष्ट हो चुकी है।

दीपेन्द्र हुड्डा ने सरकार से मांग की कि तत्काल क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलकर स्पेशल गिरदावरी कराई जाए और किसानों को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए। बरसात के कारण जिनकी खड़ी फसल बर्बाद हुई है, उनको दोगुना मुआवजा दिया जाए साथ ही जो किसान फसल की बिजाई नहीं कर पाए उनको भी पूरा मुआवजा दिया जाए। उन्होंने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की भी मांग की ताकि अलग से फंड मिल सके। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने जलभराव के स्थाई समाधान की पुख्ता योजना बनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि खेतों और आवासीय क्षेत्रों में जलनिकासी न होने से आम जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। प्रशासन को जलनिकासी के लिये सारे संसाधन लगाने चाहिए और जल्द लोगों को इस समस्या से निजात दिलानी चाहिए। मौके पर मौजूद किसानों ने सांसद दीपेंद्र हुड्डा को समस्याएं बताते हुए कहा कि बारिश से बड़े इलाके में जलभराव हुआ और खेतों में खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। जलभराव से खेतों में धान, नरमा, बाजरा की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई। मौके पर सांसद जय प्रकाश जेपी, विधायक राजबीर फरटिया, पूर्व विधायक शिव शंकर भारद्वाज, पूर्व विधायक सोमवीर सिंह, प्रदीप नरवाल, अनिल मान, ओम प्रकाश कामरेड़, प्रो. वीरेंद्र सिंह, संदीप सिंह, अशोक बुवानीवाला, धीरज सिंह, प्रदीप गुलिया, देवराज महता, विजय सिंह व पवन बुवानीवाला मौजूद रहे।

Advertisement

Advertisement
×