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अन्ना टीम की मेहनत से चमका जींद के भूतेश्वर मंदिर का परिसर

जींद, 3 फरवरी (हप्र) जींद शहर की नहीं अपितु पूरे जिले की पहचान भूतेश्वर मंदिर परिसर की अब सूरत बदल गई है। पहले रानी तालाब से घास साफ की गई, जिसके बीच भूतेश्वर मंदिर बना हुआ है। इसके बाद अब...

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जींद में डॉ. अंबेडकर प्रतिमा के परिसर को साफ करते अन्ना टीम के कर्मी। -हप्र
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जींद, 3 फरवरी (हप्र)

जींद शहर की नहीं अपितु पूरे जिले की पहचान भूतेश्वर मंदिर परिसर की अब सूरत बदल गई है। पहले रानी तालाब से घास साफ की गई, जिसके बीच भूतेश्वर मंदिर बना हुआ है। इसके बाद अब इस परिसर में लगी डॉ. बीआर अंबेडकर की प्रतिमा से लेकर आसपास के पूरे क्षेत्र की वॉशिंग की गई है।

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इससे पूरा परिसर अब बेहद सुंदर नजर आने लगा है। 2 लाख से ज्यादा की आबादी वाले जींद शहर के बीच स्थित रानी तालाब में प्राचीन भूतेश्वर मंदिर स्थित है। जींद रियासत के राजा की रानी तालाब में स्नान करने के बाद भगवान शिव की आराधना करती थी। रानी तालाब और इसके बीच में भूतेश्वर मंदिर का निर्माण जींद रियासत के राजा ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर की तर्ज पर करवाया था। इस मंदिर का विवरण सरकारी दस्तावेजों में भी है।

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भूतेश्वर मंदिर तथा यहां संविधान निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर की प्रतिमा के पूरे परिसर को जींद की अन्ना टीम ने बेहद सुंदर लुक दी है। जींद की अन्ना टीम को नगर परिषद ने भूतेश्वर मंदिर के परिसर के रखरखाव की जिम्मेदारी दी है। इसके लिए 40 हजार रुपए की राशि नगर परिषद द्वारा जींद की अन्ना टीम को हर महीने दी जाती है।

इस पैसे से अन्ना टीम ने परिसर की साफ-सफाई और समय-समय पर इसकी वॉशिंग के लिए चार सफाई कर्मचारी लगाए हैं। जब भी यहां वाहनों के आने-जाने से धूल की परत डॉ अंबेडकर की प्रतिमा और इस परिसर पर जमती है, तो इसे धोया जाता है। इस परिसर की साफ-सफाई के लिए वॉशिंग के लिए खास तौर पर वाॅशिंग मशीन की व्यवस्था परिसर को गोद लेने वाली अन्ना टीम करने जा रही है। अगले सप्ताह एक लाख रुपए कीमत की वॉशिंग मशीन आ जाएगी।

टीम की प्रशंसा

नगर परिषद के कार्यकारी अभियंता सतीश कुमार गर्ग ने इसके लिए अन्ना टीम के प्रयासों की तारीफ की है। अन्ना टीम के सुनील वशिष्ठ का कहना है कि इस परिसर को साफ सुथरा और धूल रहित रखना उनकी संस्था का पहला मकसद है।

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