कीचड़ से लथपथ रास्ता बना मुसाफिरों की राह का कांटा
महम कस्बे के रेलवे स्टेशन तक जाने वाला रास्ता यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। हाल ही में हुई बारिश के कारण खेतों के बीच से गुजरने वाला यह कच्चा मार्ग कीचड़ और पानी से भर चुका है। करीब आधा किलोमीटर लंबा यह रास्ता अब दलदल में तब्दील हो गया है, जिससे यात्रियों को हर दिन कठिनाई झेलनी पड़ रही है।
स्थानीय निवासी दिनेश, मंगत राम, रामराज, विजय और मणिपाल सहित अन्य लोगों ने बताया कि महम शहर से स्टेशन तक की कुल दूरी करीब 2-3 किलोमीटर है, लेकिन बीच का यह अधूरा रास्ता सबसे बड़ी अड़चन बना हुआ है। उन्होंने बताया कि बारिश के बाद यह मार्ग इतना खराब हो जाता है कि पैदल चलना तक दुश्वार हो जाता है। दिन में लोग जैसे-तैसे निकल जाते हैं, लेकिन रात के समय यहां से गुजरना जोखिम भरा हो जाता है।
लोगों का कहना है कि वे कई बार इस रास्ते को पक्का करवाने की मांग स्थानीय विधायक, सांसद और रेलवे अधिकारियों से कर चुके हैं, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिले। वादों की झड़ी तो लगी, पर ज़मीनी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिणामस्वरूप, हर रोज़ स्टेशन जाने वाले यात्रियों को फिसलन और गंदगी से जूझना पड़ रहा है।
रेलवे बोर्ड सदस्य ने जताई चिंता
नॉर्थ रेलवे बोर्ड की परामर्शदात्री समिति के सदस्य अजीत अहलावत ने स्थिति को गंभीर मानते हुए कहा कि यात्रियों की यह समस्या जायज है। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को लेकर उच्च अधिकारियों से बात की गई है और जल्द ही रास्ता पक्का करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
स्थानीय लोगों की मांग
ग्रामीणों और यात्रियों ने एक बार फिर प्रशासन और रेलवे विभाग से अपील की है कि इस रास्ते को प्राथमिकता पर पक्का किया जाए ताकि आमजन को राहत मिल सके और स्टेशन तक सुरक्षित पहुंचना संभव हो सके।