यूनिवर्सिटीज को जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने को सरकार गंभीर
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी विश्वविद्यालयों को जरूरी संसाधन उपलब्ध करवाने को लेकर पूरी तरह से गंभीर है।
जींद के चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (सीआरएसयू) में जो भी जरूरतें और खामियां हैं, उनका जल्द ही समाधान किया जाएगा। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा बृहस्पतिवार को जींद सीआरएसयू के 12वें स्थापना समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्थापना दिवस केवल किसी संस्थान की शुरुआत का उत्सव नहीं, बल्कि उसकी उपलब्धियों पर विचार करने और उज्ज्वल भविष्य के लिए दिशा तय करने का अवसर है। सीआरएयू युवाओं के भविष्य को संवारने और राष्ट्र एवं प्रदेश की प्रगति में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
यह विश्वविद्यालय शिक्षा, संस्कृति, खेल, विज्ञान और परंपरा का जीवंत उदाहरण है। आने वाले समय में भारत सरकार और हरियाणा सरकार जैसी शिक्षा व्यवस्था की कल्पना कर रही है, आने वाले समय में यह विश्वविद्यालय उस कल्पना को पूर्ण करने में अग्रणी भूमिका निभाएगा। यह संस्थान शोध के क्षेत्र में वैश्विक स्तर की समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करने वाली संस्था बनकर उभरेगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लागू की गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत की शिक्षा प्रणाली को पुनर्परिभाषित कर रही है।
सीआरएसयू इस परिवर्तन की दिशा में एक सशक्त भागीदार बनेगा और विकसित भारत 2047 के सपने को साकार करने में अग्रणी भूमिका निभाएगा। समारोह की शुरुआत विश्वविद्यालय परिसर में चौधरी रणबीर सिंह की प्रतिमा एवं शहीद कैप्टन पवन कुमार स्मारक पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई और पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
इस मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष तेजेंद्र ढुल, पूर्व चेयरमैन जवाहर सैनी समेत अन्य स्थानीय नेता मौजूद रहे।
5 हजार से ज्यादा विद्यार्थी कर रहे शिक्षा अर्जित : वीसी
सीआरएसयू के वीसी प्रो. राम पाल सैनी ने बताया कि वर्ष 2014 में स्थापना के समय सीआरएसयू में 7 डिपार्टमेंट और केवल 4 शिक्षक थे । वर्तमान समय में विश्वविद्यालय में 28 विभाग और 44 प्रोग्राम हैं, जिसमें पाँच में शोध कार्यक्रम संचालित है। वर्ष 2014 में 500 विद्यार्थी से शुरुआत हुई और अब 5 हजार से भी ज्यादा विद्यार्थी यहां उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। जिसमें 70 प्रतिशत से ज्यादा छात्राएं शामिल हैं। चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत कुल 156 महाविद्यालय हैं, जिसमें से 138 एजुकेशन कॉलेज और 18 डिग्री कॉलेज हैं जिनमें 35000 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।