लंबे समय से संघर्षरत्त शिक्षकों के अधिकारों को अनदेख कर रही है सरकार : सुमेर आर्य
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन, आंदोलन तेज करने की चेतावनी
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा और स्कूल टीचर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर शिक्षकों ने लंबित मांगों को लेकर भिवानी में जिला स्तरीय प्रदर्शन किया। डीईओ के माध्यम से राज्य सरकार को एक ज्ञापन प्रेषित किया, जिसमें स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता और शिक्षकों की सेवा शर्तों से जुड़ी 21 प्रमुख मांगों को तत्काल हल करने की अपील की गई है।
स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष धरने-प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान अजीत राठी ने की तथा संचालन जिला सचिव सुमेर आर्य ने किया। शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से इन समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो आंदोलन को और तेज़ किया जाएगा।
इस मौके पर जिला प्रधान अजीत राठी व जिला सचिव सुमेर आर्य ने कहा कि 9 जून 2025 को तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग और निदेशक, माध्यमिक एवं मौलिक शिक्षा की उपस्थिति में संगठन के साथ हुई बातचीत में कई मांगों पर सहमति बनी थी। संघ ने आरोप लगाया कि सहमति बनने के बावजूद उन मांगों को अभी तक लागू नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से एसीपी लाभ, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, एलटीसी का निपटान, सभी वर्गों के तबादले, गैर-शैक्षणिक कार्यों का बोझ, और छात्रों की प्रोत्साहन राशियां जारी न होने जैसी अनेकों समस्याओं से जूझ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 8 नवंबर को पानीपत में शिक्षा मंत्री के कैप कार्यालय का घेराव कर प्रदेश भर के अध्यापक अपनी मांगों को मजबूती से उठाएंगे।
