मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

22 को होगा रतिया नगर पालिका प्रधान, उपप्रधान की कुर्सी का फैसला

आखिरकार प्रशासन ने अविश्वास प्रस्ताव पर बुलाई बैठक
फतेहाबाद के एडीसी द्वारा जारी पत्र। -हप्र
Advertisement

मदन लाल गर्ग/हप्र

फतेहाबाद, 8 मई

Advertisement

रतिया नगर पालिका के असंतुष्ट पार्षदों की लगातार गुहार के बाद आखिरकार जिला प्रशासन ने फतेहाबाद में बैठक बुलाने का आदेश जारी कर दिया। रतिया नगर पालिका प्रधान व उपप्रधान की कुर्सी बचेगी या जाएगी, इसका फैसला 22 मई को होगा। अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग ढालिया ने इस आशय का पत्र पालिका चेयरपर्सन प्रीति खन्ना व उपप्रधान जोगिंद्र नंदा सहित सभी 17 पार्षदों को सूचना दे दी है।

याद रहे कि रतिया नगर पालिका अध्यक्षा प्रीति खन्ना व उपप्रधान जोगिंद्र नंदा की कार्यप्रणाली से खफा 14 पार्षद करीब चार महीने से उनको हटाने के लिए लामबद्ध हो रहे हैं। 14 पार्षदों ने अंतिम बार 3 अप्रैल को जिला उपायुक्त से मिलकर चेयरपर्सन व उपप्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रकट करते हुए बैठक बुलाने की मांग की थी।

गौरतलब है कि पार्षदों के बगावती सुरों के चलते रतिया नगर पालिका का वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट अभी तक पास नहीं हो पाया है, जबकि रतिया नगर पालिका इसके लिए सात बार बैठक कर चुकी। पार्षदों की मुख्य मांग है कि बीते दो वर्षों में विकास कार्यों पर खर्च किए करीब 80 करोड़ की डिटेल उन्हें दी जाए। पार्षदों का आरोप है कि उनके वार्डो में विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ। आखिर ये 80 करोड़ कहां खर्च हुए।

बता दें कि कांग्रेस समर्थित प्रीति खन्ना ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए इसी वर्ष 28 फरवरी को भाजपा का पटका पहना था। जाखल नगरपालिका चुनाव में प्रचार पर आए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की उपस्थिति में उन्हें तत्कालीन भाजपा प्रधान बलदेव ग्रोहा ने पार्टी में शामिल करवाया था, लेकिन चेयरपर्सन असंतुष्ट पार्षदों के बगावती सुरों को नहीं थाम पाई। अब देखना यह है कि 22 मई को अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग में क्या होता है।

Advertisement