महान विभूतियों गांधी और शास्त्री जी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता : ऋषिपाल
मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। अपने संबोधन में ऋषिपाल हैबतपुर ने कहा कि गांधी और शास्त्री भारतीय इतिहास की दो महान विभूतियां हैं, जिन्होंने अपने जीवन को सादगी, त्याग और राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित किया। गांधी जी ने 'अहिंसा' और 'सत्य' के मार्ग पर चलते हुए देश को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वहीं, शास्त्री जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए 'जय जवान, जय किसान' का नारा देकर देश को आत्मनिर्भरता की राह दिखाई। ऋषिपाल ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि महापुरुषों के प्रति दोहरी नीति अपनाई जा रही है। महात्मा गांधी की प्रतिमा जर्जर होने के कगार पर है, जिसे उन्होंने अपने साथियों संग धुलाई और दुग्ध से स्नान कराकर सुरक्षित किया। उन्होंने प्रशासन से प्रतिमा की मरम्मत और नियमित रखरखाव की मांग की।
कार्यक्रम में सोनीपत लोकसभा सांसद प्रतिनिधि मास्टर वजीर गांगोली, पूर्व जिलाध्यक्ष बलराम कटवाल, प्रदेश प्रवक्ता जगबीर सिंह ढिगाना, पूर्व चेयरमैन पवन दुहन, रणबीर पहलवान, कमल चौहान, इशाक भट्टी, जेपी रुहील, सुखी राम धड़ौदी, विजय मोर सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
वरिष्ठ नागरिकों को किया सम्मानित
साथ ही, गांधी और शास्त्री जयंती के अवसर पर वरिष्ठ नागरिकों को पुष्पमाला, खादी वस्त्र, शॉल और चद्दर भेंट कर सम्मानित किया गया। इनमें कांग्रेस नेता बनारसी दास वर्मा, खुजानी देवी, बलबीर बहबलपुर, रामफल दहिया, चांदी राम नरवाना व टेकराम हसनपुर शामिल थे। इस दौरान वरिष्ठ नागरिकों ने अपने जीवन अनुभव साझा किए।