तिरुपति धाम में विधि विधान से की गोपुरम की प्राण प्रतिष्ठा
उत्तर व दक्षिण भारतीय संस्कृति को एकसूत्र में बांधने वाले श्री तिरुपति बालाजी धाम में 71 फुट ऊंचे व भव्य गोपुरम की प्राण प्रतिष्ठा भगवान की आराधना करते हुए पूरे विधि विधान से की गई। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों श्रद्धालु तिरुपति धाम पहुंचे और अपने इष्ट की आराधना की। इस दौरान पूरा तिरुपति धाम जय श्रीमन्ननारायण, जय तिरुपति बालाजी और जय भगवान वेंकटेश के उदघोष से गुंजायमान हो उठा। अग्रोहा रोड पर लांधड़ी टोल प्लाजा के पास स्थापित तिरुपति धाम में गोपुरम की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व मृदाहरण, अंकुरार्पण, वास्तुहोम, यज्ञशाला प्रवेश, मानोन्मान शांति होम व कुंभ कलश आदि की स्थापना की गई। यह गोपुरम कई किलोमीटर दूर से ही दिखाई देने लगा है। अन्नत श्री विभूषित सर्वश्री नारायणाचार्य जी महाराज के सान्निध्य में चार दिवसीय गोपुरम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का संचालन किया गया। यह भव्य गोपुरम स्वर्गीय मूलचंद अग्रवाल की पुण्य स्मृति में उनकी पत्नी तारामणि देवी द्वारा सेवा भाव से निर्मित करवाया गया है। महोत्सव के अंतिम दिन महासंप्रोक्षण व सात्तुमुरै तीर्थ प्रसाद के विधान को पूरा किया गया। दक्षिण भारत से पधारे विद्वान अर्चकों ने प्राण प्रतिष्ठा से संबंधित सभी कार्य पूरी निष्ठा व धर्मानुसार संपन्न करवाए।