शिक्षकों ने स्काउटिंग से सीखे टीमवर्क, साहस और नेतृत्व के गुर
कर्सियांग में आयोजित राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में 31 प्राचार्य-प्राध्यापक शामिल
जिले के विभिन्न स्कूलों के 31 प्राचार्य और प्राध्यापक पश्चिम बंगाल के कर्सियांग स्थित नेशनल एडवेंचर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में आयोजित पांच दिवसीय स्काउट्स एवं गाइड्स प्रशिक्षण शिविर में शामिल होकर नई ऊर्जा के साथ लौटे। यह शिविर 23 से 27 सितंबर तक चला।
शिक्षा विभाग के अधिकारी दिनेश गोयल ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों में नेतृत्व क्षमता विकसित करना और विद्यालयों में स्काउटिंग-गाइडिंग गतिविधियों का विस्तार करना था। प्रतिभागियों को साहसिक खेल, प्राथमिक उपचार, अनुशासन, नेतृत्व और व्यक्तित्व विकास जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया।
पहाड़ों पर ट्रैकिंग जैसे अभ्यासों ने शिक्षकों को टीमवर्क और सहयोग की व्यवहारिक शिक्षा दी। शिविर के दौरान दार्जिलिंग भ्रमण भी शामिल रहा, जहां शिक्षकों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस संग्रहालय, हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टिट्यूट, चिड़ियाघर, बंगाल सफारी और टॉय ट्रेन जैसी धरोहरों का अनुभव किया। समापन पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व गाइड लीडर सियाराम शास्त्री ने किया, जबकि संचालन संस्थान के प्रोग्राम इंचार्ज विवेक दास ने संभाला। अंतिम दिन उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया। सम्मानित प्रतिभागियों में डॉ. राजेश ढुल (प्राचार्य, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय उमरा), आरिफ अली (प्राचार्य, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सिंगार), प्रवीण सैनी (प्राचार्य, पीएम श्री राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पाठखोरी) और विकास कुमार (प्राचार्य, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रायपुर) व उनकी टीमें शामिल रहीं।
संस्थान ने घोषणा की कि अब जिले के विद्यालयों में नई स्काउट्स एवं गाइड्स यूनिट्स स्थापित की जाएंगी, ताकि विद्यार्थी अनुशासन, सेवा-भावना और राष्ट्रप्रेम की ओर प्रेरित हों।