सूबे सिंह बने कनीना नगरपालिका के उप-प्रधान, राकेश कुमार को एक मत से हराया
कनीना नगरपालिका में शनिवार को उप-प्रधान पद के लिए हुए चुनाव में वार्ड 13 के पार्षद सूबे सिंह ने वार्ड 6 के पार्षद राकेश कुमार को मात्र एक मत से पराजित कर विजय प्राप्त की। 15 मतों में से सूबे सिंह को 8 और राकेश कुमार को 7 वोट मिले। इस प्रकार सूबे सिंह ने कांटे की टक्कर में जीत दर्ज करते हुए उप-प्रधान पद की कुर्सी संभाली।
चुनाव में दो गुटों — लोढा गुट और चौधरी गुट के बीच सीधी टक्कर देखी गई। लोढा गुट के उम्मीदवार सूबे सिंह को बहुमत मिला, जबकि चौधरी गुट के प्रत्याशी राकेश कुमार को 7 वोट ही मिल सके। चुनाव परिणाम घोषित होते ही नपा कार्यालय के बाहर सूबे सिंह के समर्थकों ने डीजे बजाकर और गुलाल उड़ाकर जीत का जश्न मनाया। इसके बाद विजय जुलूस भी निकाला गया, जिसमें चुने गए उप-प्रधान सूबे सिंह के साथ चेयरपर्सन डॉ. रिम्पी लोढा व अन्य पार्षद शामिल रहे।
एसडीएम की ओर से भेजा गया था चुनावी एजेंडा
चुनाव अधिकारी एसडीएम डॉ. जितेंद्र सिंह अहलावत ने बताया कि सभी पार्षदों को चुनाव का एजेंडा समय पर भेजा गया था। बैठक में चेयरपर्सन डॉ. रिम्पी लोढा, सभी 13 वार्डों के पार्षद और दो मनोनीत पार्षदों सहित कुल 15 मतदाता उपस्थित रहे। नगरपालिका चुनाव के बाद उप-प्रधान पद को लेकर लंबे समय से खींचतान चल रही थी।
कनीना के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को 25 मार्च के दिन पंचकूला में शपथ दिलाई गई थी। बीते मार्च में नगरपालिका के चुनाव हुए थे, जिसके बाद उप-प्रधान के चयन के लिए यह चौथा प्रयास था। इससे पहले तीन बार चुनाव प्रक्रिया किसी न किसी कारणवश स्थगित होती रही। इस बार कोर्ट के आदेश के बाद अधिसूचना जारी की गई और चुनाव सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए।
इससे पहले 11 अगस्त को एफसीसी कमेटी के गठन के दौरान भी संकेत मिल गए थे कि सूबे सिंह उप-प्रधान बन सकते हैं। उस कमेटी में सूबे सिंह के समर्थन से उनके गुट के पार्षद वार्ड 3 से उषा यादव और वार्ड 9 से नितेश गुप्ता का चयन हुआ था। एफसीसी कमेटी नगर विकास कार्यों के लिए अहम मानी जाती है, जो एक करोड़ रुपये तक के कार्यों की स्वीकृति देती है। इस अवसर पर सिटी थाना अध्यक्ष रविंद्र सिंह, पूर्व उप-प्रधान अशोक कुमार, समाजसेवी सुभाष चंद, सुरेश यादव सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।