चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय में परीक्षा परिणाम में देरी पर भड़के विद्यार्थी
चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय (सीबीएलयू) में परीक्षा परिणामों में लगातार देरी और परीक्षा शुल्क बढ़ोतरी को लेकर विद्यार्थियों का गुस्सा उबाल पर है। बीफार्मेसी विभाग के छात्रों ने शुक्रवार को छात्र नेता प्रवीण बूरा के नेतृत्व में विश्वविद्यालय प्रशासन को घेरते हुए डीन ऑफ अकेडमिक इंचार्ज दिनेश मदान के माध्यम से कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें तुरंत नहीं मानी गईं तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
छात्र नेता प्रवीण बूरा और सुमित बराड़ ने कहा कि चौथे सेमेस्टर (री-अपीयर) परीक्षा के परिणाम में हो रही देरी ने छात्रों का भविष्य अधर में लटका दिया है। विद्यार्थियों का कहना है कि वे पूरी तैयारी से परीक्षा में बैठे थे, लेकिन नतीजे समय पर घोषित न होने से उनकी आगे की पढ़ाई और करियर प्रभावित हो रहा है। सुमित बराड़ ने आरोप लगाया कि शिक्षा जैसी पवित्र प्रक्रिया को पैसे कमाने का जरिया बना दिया गया है। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन के रवैये को मनमाना और गैर-जिम्मेदाराना बताया। छात्रों ने सिर्फ परिणामों में देरी ही नहीं, बल्कि परीक्षा शुल्क में अचानक हुई बढ़ोतरी को भी बड़ा मुद्दा बताया। सीबीएलयू ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए नई अधिसूचना जारी कर विभिन्न पाठ्यक्रमों की फीस में इजाफा किया है। छात्रों ने साफ कहा कि उनकी आवाज को नजरअंदाज किया गया तो वे शांतिपूर्ण विरोध तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि उग्र आंदोलन करेंगे। उन्होंने इसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन पर डाली। इस मौके पर मनोज ग्रेवाल, रवि जताई, युवराज बराड़, नीतिका, विशाल, पंकज, रोहित केहरपुरा, हैप्पी राणा और रोहित वशिष्ठ सहित अनेक विद्यार्थी मौजूद रहे।
ये हुई बढ़ोतरी
स्नातक पाठ्यक्रम : 500 रुपये से बढ़ाकर 550 रुपये प्रति सेमेस्टर
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम : 600 रुपये से बढ़ाकर 650 रुपये प्रति सेमेस्टर
बीएड, एमएड व स्पेशल एमएड : 800 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति वर्ष
री-अपीयर शुल्क (स्नातक) : 700 रुपये से बढ़ाकर 800 रुपये
री-अपीयर शुल्क (स्नातकोत्तर) : 750 से बढ़ा 900 रुपये प्रति सेमेस्टर