जींद में आंधी-बारिश से आफत, 200 पेड़-खंभे गिरे, बिजली गुल
अर्बन एस्टेट कॉलोनी के घरों में पानी भर गया, जिसे निकालने में लोगों की पूरी रात लग गई। जिले में औसत 32 एमएम बारिश दर्ज की गई। जींद में सबसे ज्यादा 67 एमएम, जुलाना में 51 एमएम, पिल्लूखेड़ा में 48 एमएम, नरवाना में 27 एमएम, अलेवा में 20 एमएम, सफीदों में 6 एमएम और उचाना में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई।
तेज बारिश ने खोली बरसाती पानी निकासी इंतजामों की पोल
जींद शहर में मानसून से पहले की इस तेज बारिश ने जींद में बरसाती पानी निकासी इंतजामों की पोल खोल दी। बारिश के पानी से सीवरेज ओवरफ्लो होकर बैक मारने लगे और अर्बन एस्टेट समेत दूसरी कॉलोनियों के घरों में बरसाती पानी भर गया। सुबह शहर के तमाम पार्क बरसाती पानी में डूबे नजर आए।
बारिश के साथ गिरे ओले, बिजली हुई गुल
रात को लगभग 11 बजे अचानक से मौसम बदला और तेज आंधी शुरू हो गई। करीब 20 मिनट तक आई आंधी के बाद बारिश शुरू हो गई। बारिश के साथ ओले भी गिरे। ग्रामीण क्षेत्र में सुबह 9 बजे तक भी बिजली की सप्लाई शुरू नहीं हो पाई। उचाना क्षेत्र में सेढ़ा माजरा बिजली घर से लगने वाली लाइन के दो पोल और एक ट्रांसफार्मर गिर गया।
उचाना खुर्द गोशाला एपी लाइन के भी दो पोल आंधी की वजह से टूट गए। सेढ़ा माजरा में विकास फौजी के घर में भैंसों के चारे के कमरे की छत उड़ गई। सेढ़ा माजरा के सरकारी स्कूल की छत पर लगे सोलर पैनल टूट गए। नरवाना के दनौदा गांव के खेतों में सोलर प्लेट टूट गई। जींद शहर में कुछ कॉलोनियों में पानी भर गया।
बिजली निगम के अधिकारियों का कहना है कि जिले भर में कई जगह पोल टूटे हैं। बुआना गांव के सुरेद्र, शुभम, महेंद्र, भोलू, रजनेश के खेतों में लगी सोलर प्लेट टूट गई। सोनी के मकान में दरार आ गई। जींद के खरकरामजी गांव के निराकार मंदिर के टीन के शेड आंधी में टूट गए तो जुलाना की गौशाला का टीन भी उड़ गया। इससे प्रतिष्ठानों को भारी नुकसान हुआ।