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सोनीपत में खुलेआम सज रहे मिलावटी पनीर के स्टाल

बाजारों में 200 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा, उत्तर प्रदेश व मेवात से हो रही सप्लाई
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प्रतीकात्मक चित्र
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सोनीपत में लोग उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से आने वाला मिलावटी पनीर चाव से खा रहे हैं। मुनाफाखोर मिलावटी पनीर खिलाकर लाखों लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। मुरथल के बड़े होटलों, ढाबों व शहर के कुछ बड़े मिष्ठान भंडारों को छोड़कर अन्य प्रतिष्ठानों पर यही मिलावटी पनीर सप्लाई होने की चर्चा है।

बाजारों में खुले आम मिलावटी पनीर के स्टाल सजने के बाद भी खाद्य सुरक्षा विभाग इस ओर से आंखे मूंदे बैठा है। मुनाफाखोर अलीगढ़ से सोनीपत में 175 रुपये प्रति किलो के हिसाब से पनीर सप्लाई करते हैं। यहां बैठे मुनाफाखोर थोक में इसी पनीर को 200 से 240 रुपये प्रति किलो में बेच देते हैं। शहर की कई डेरियों व होटल-ढाबों पर यही पनीर सप्लाई किया जा रहा है। इस सस्ते पनीर की शुद्ध्ता का अंदाजा इसके रेट से लगाया जा सकता है।

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आलम ये है कि दूध की आपूर्ति घटने और पनीर की सप्लाई पर कोई असर नहीं पड़ता। जिले में दूध के उत्पादन से शहरवासियों की मांग पूरी नहीं होती। इसी का लाभ मुनाफाखोर व मिलावटखोर उठाते हैं। ये लोग उत्तर प्रदेश के शामली, बागपत, मेरठ व अलीगढ़ तक से सस्ता पनीर मंगवाते हैं। यहां बैठे मुनाफाखोरों से ऑर्डर पर जितना चाहे पनीर ले लो, उन पर दूध की कमी का कोई असर नहीं पड़ता।

थोक में पनीर लेने पर ये मिलावटखोर 200 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से पनीर दे देते हैं। अब यह कितना शुद्ध होगा, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बड़े हलवाई अपना बनाया पनीर 400 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचते हैं। एक किलो शुद्ध पनीर बनाने के लिए 4 से साढ़े 4 किलो दूध चाहिए। भैंस का दूध बाजार में आजकल 80 रुपये किलो के हिसाब से मिल रहा है, इसके हिसाब से शुद्ध पनीर 350 रुपये से 400 रुपये किलो मिल रहा है।

सब्जी मंडी व कच्चे क्वार्टर क्षेत्र बने अड्डा

शहर के कच्चे क्वार्टर क्षेत्र में कई पनीर विक्रेता हैं। इनके यहां सैकड़ों किलो पनीर उपलब्ध रहता है। ग्राहक बनकर एक दुकानदार से बातचीत करने पर मालूम पड़ा कि वह अलीगढ़ से सैकड़ों किलो पनीर रोज मंगवाते हैं। शहर के कई बड़े डेयरी वाले उनके यहां से 200 रुपये किलो पनीर खरीदकर उसे आगे 350 रुपये प्रति किलो बेचते हैं। शहर के कई होटलों पर यही पनीर सप्लाई होता है। वहीं सब्जी मंडी में कई दुकानदार सस्ता पनीर बेचते हैं। शादी समारोह व अन्य कार्यक्रमों में बनने वाले पनीर के व्यंजनों में यही पनीर प्रयोग होता है।

मिलावटी पनीर खाने से हो सकता है कैंसर

जिला नागरिक अस्पताल की आहार विशेषज्ञ सबा मलिक ने बताया कि मिलावटखोर डिर्टजेंट मिलाकर नकली पनीर बना रहे हैं। इसमें स्वाद बढ़ाने के लिए एक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। मिलावटी पनीर खाने से सबसे पहले पाचन तंत्र खराब होता है। बीपी व शुगर बढ़ना, एलर्जी होना और अधिक समय तक मिलावटी खाने से कैंसर हो सकता है। अगर बाहर का पनीर प्रयोग करें तो इस पर आयोडिन की बूंदें डालकर जांच लें। आयोडिन की बूंदें पड़ते ही यह पनीर काला पड़ जाता है।

जून में मेवात से गाड़ियों में भरकर सोनीपत लाया जा रहा 700-800 किलो पनीर पकड़ा था। इसके बाद से सप्लाई पर रोक लगी थी। अब दोबारा अभियान चलाकर पनीर के सैंपल भरे जाएंगे। उत्तर प्रदेश के किन जिलों से घटिया पनीर आ रहा है, इसकी जांच की जाएगी।

-बीरेंद्र यादव, खाद्य सुरक्षा अधिकारी

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