सोनीपत मॉडल से ‘खेलो इंडिया’ को मिलेगी नयी दिशा
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के निदेशक ऋग्वेद मिलिंद ठाकुर ने रविवार को ‘खेलो इंडिया’ योजना का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन का मूल्यांकन करने के लिए खरखौदा, सोनीपत व गोहाना पहुंचकर खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों से सीधा संवाद किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ तीन खेल केंद्रों पर जाकर जमीन स्तर पर खेलों के विकास का आंकलन भी किया। खिलाडिय़ों व कोचों ने ग्रामीण आंचल में खेलों को मजबूती देने समेत कई सुझाव दिए।
निदेशक ऋग्वेद मिलिंद ठाकुर अधिकारियों के साथ रविवार सुबह करीब 9 बजे प्रताप स्कूल खरखौदा (खेलो इंडिया केंद्र) पहुंचे। दोपहर लगभग एक बजे गांव रुखी व घिलौड़ की सीमा पर योगेश्वर दत्त स्पोट्र्स एंड एजुकेशनल ट्रस्ट पहुंचे। उसके बाद उन्होंने सोनीपत में मलिक बैडमिंटन अकादमी का दौरा किया। तीनों जगह उन्होंने खिलाडिय़ों, कोचों, स्टॉफ और अधिकारियों से संवाद किया। उन्होंने खेलो इंडिया योजना की जमीनी स्तर पर प्रगति की समीक्षा और खेलों के विकास का आंकलन किया। तीनों खेल सेंटरों पर खिलाडिय़ों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं को भी देखा। निदेशक ने खिलाडय़ों व कोचों से खेलों में बेहतरी के लिए उनकी राय भी जानी गई।
निदेशक ने अधिकारियों नेशनल मेडलिस्ट को फिजियोथैरेपी और खिलाडिय़ों को बेहतर सुविधाएं देने को कहा। इस मौके पर स्पोट्र्स की उपनिदेशक सुजाता खत्री, साई की उपनिदेशक मीता भारद्वाज, एडीसी लक्षित सरीन, ओलंपियन योगेश्वर दत्त, द्रोणाचार्य अवार्डी रामफल मान, द्रोणाचार्य अवार्डी कोच ओमप्रकाश दहिया, डॉ. सुबोध दहिया, संजीत मलिक, अमित दहिया, नरेंद्र दलाल रहे।
छत्तीसगढ़ का अवनीश कुश्ती के गुर सीखने आया
योगेश्वर दत्त की अकादमी में निदेशक ऋग्वेद मिलिंद ठाकुर ने दूसरे प्रदेशों से आए खिलाडिय़ों से भी संवाद किया। छत्तीसगढ़ के सरगुजा के गांव अंविकापुर के अवनीश पांडेय से पूछा यहां कैसे पहुंचे। अवनीश ने कहा कि उसके दादा विश्वनाथ पांडेय कुश्ती करते थे, जिससे भी वह इस खेल में आया। यहां पर परिवार जैसा माहौल मिल रहा है और प्रशिक्षण भी बहुत अच्छा दिया जा रहा है।
सोनीपत में खिलाडिय़ों व कोच की उपलब्धि : 11 ओलंपिक खिलाड़ी, 13 अर्जुन व 13 भीम अवार्डी खिलाड़ी, 4 पैरालंपिक खिलाड़ी, 4 द्रोणाचार्य अवार्डी कोच तथा 1 ध्यानचंद अवार्डी हैं।