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रेलवे अंडरब्रिज का निर्माण न होने से दुकानदार नाराज़, पलायन की चेतावनी

जींद(जुलाना), 9 जून (हप्र) जींद शहर के भिवानी रोड़ पर पिछले तीन वर्षों से जिस रेलवे अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है, उससे परेशान होकर स्थानीय दुकानदारों का संयम जवाब देने लगा है। सोमवार को स्थानीय...
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जींद(जुलाना), 9 जून (हप्र)

जींद शहर के भिवानी रोड़ पर पिछले तीन वर्षों से जिस रेलवे अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है, उससे परेशान होकर स्थानीय दुकानदारों का संयम जवाब देने लगा है। सोमवार को स्थानीय दुकानदारों ने अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू न होने के विरोध में शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि यदि जल्द ही इस ब्रिज पर कार्य शुरू नहीं हुआ तो वे बड़ा फैसला लेने पर मजबूर होंगे। यदि जल्द ही ब्रिज का निर्माण पूरा नहीं हुआ तो वे भिवानी रोड़ से पलायन करने पर मजबूर होंगे।

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अंडर ब्रिज के रुके हुए निर्माण को लेकर शासन-प्रशासन को पूरी तरह से दोषी ठहराते हुए स्थानीय दुकानदार विनोद दीक्षित, नीतिन गोयल, सोमवीर घनघस, कृष्ण लोहान, राजेश भागा, कुलदीप सैनी, अनीश दीक्षित, सोनू दांगी, रोहित लोहान और शैंकी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों से उनकी दुकानदारी पूरी तरह से ठप्प पड़ी है। इसके पीछे अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य सिरे न चढ़ना है। विनोद दीक्षित ने कहा कि इसके निर्माण कार्य से पहले भिवानी रोड़ पर प्रतिदिन हजारों लोगों का आना-जाना होता था। भिवानी रोड़ से सटे 10-15 गांव के लोग जींद आगमन के दौरान इसी राह से गुजरते थे और जरूरी सामान उनकी दुकानों से लेते थे। यही नहीं भिवानी रोड़ से सटी कई कॉलोनियों के लोग इसी रास्ते से होकर आते-जाते थे। जब से अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हुआ है, तब से इस रोड़ पर इंसानों का टोटा पड़ गया है। देवीलाल चौक से लेकर निर्माणाधीन अंडर ब्रिज की राह के दोनों और करीब 200 दुकान है। ग्राहकों की कमी के कारण कई दुकानदार तो दूसरी राह पकड़ चुके हैं। उनके सामने अब दो ही विकल्प बचे हैं।

यदि अंडर ब्रिज का निर्माण जल्द ही शुरू होकर सिरे चढ़ जाता है तो वे अपनी दुकानदारी में जमे रह सकते हैं अन्यथा पलायन करने के अलावा उनके सामने कोई दूसरा रास्ता नहीं है। दुकानदारों ने कहा कि प्रशासन एक-दो दिनों में यदि निर्माण कार्य शुरू नहीं करता है तो फिर दुकानों पर तालाबंदी करके पलायन के विकल्प को चुना जायेगा।

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