‘गाली बंद घर’ अभियान पर बीबीपुर गांव में डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग शुरू
जींद, 1 जुलाई (हप्र)
मां, बहन, बेटी की गाली देने वालों पर जुर्माने की वकालत करने वाले बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच सुनील जागलान के अंतर्राष्ट्रीय अभियान ‘गाली बंद घर’ डॉक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है। सुनील जागलान पर अब तक 52 डॉक्यूमेंट्री बन चुकी हैं और यह 53 वीं डॉक्यूमेंट्री है। उन पर बनी सनराइज डॉक्यूमेंटरी फिल्म को राष्ट्रपति से राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। डॉक्यूमेंट्री फिल्म बंगाली सिनेमा के मशहूर डायरेक्टर पावेल बना रहे हैं, जिनकी पहचान हिंदी सिनेमा में आयुष्मान खुराना अभिनीत फिल्म बाला के लेखक के तौर पर भी है। सुनील जागलान ने बताया कि फिल्म की 16 सदस्यीय टीम उनके गाली बंद घर अभियान से गाली छोड़ने वालों को भी शूट कर रही है। फिल्म डॉयेक्टर पावेल ने बताया कि वह सुनील जागलान के सामाजिक अभियानों से प्रेरित हैं। गाली बंद घर अभियान बहुत प्रभावशाली लगा। आज तक इस विषय पर कहीं कार्य नहीं हुआ, लेकिन सुनील जागलान ने अकेले इस अभियान को बहुत सफल बना दिया। अब शूटिंग के दौरान देखा कि सुनील जागलान के प्रशंसक देशभर में हैं और हम सब जगह शूटिंग कर रहे हैं, लेकिन इसकी शुरुआत सुनील जागलान के गांव बीबीपुर से की है।
बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच सुनील जागलान ने 11 वर्ष पहले गाली बंद घर अभियान शुरू किया था। इसका मक़सद है कि महिला संबंधी गालियों पर रोक लगे। आज रोज़मर्रा की ज़िंदगी में महिला संबंधी गाली आम तौर पर प्रयोग की जाने लगी है। सुनील जागलान ने बताया कि आज के समय में प्राइमरी कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चे भी घरों में आमतौर पर गाली वाली भाषा बोलने से प्रभावित हो रहे हैं। इसलिए पहले घर की पाठशाला को सही करना होगा, उसकी भाषा को सही करना होगा।