भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने सांपला मार्केट कमेटी की नियुक्तियों और अनियमितताओं पर सवाल उठाए
प्रेसवार्ता में पूर्व जिला महामंत्री (भाजयुमो) प्रेमदत्त कौशिक, पूर्व मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र कौशिक, पूर्व मंडल महामंत्री पवन खत्री, जिला महामंत्री किसान मोर्चा भूपेन्द्र खत्री, मंडल अध्यक्ष युवा मोर्चा विक्की खत्री, सचिन गर्ग, रमेश अटाइल, रामनिवास गिझी, पूर्व सरपंच अनिल, सुशील आर्य, ऋषिपाल और हरिओम उपस्थित रहे।
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि 24 सितंबर 2025 को सांपला मार्केट कमेटी में उदयभान मलिक को चेयरमैन और हरबन्स उर्फ बंसी को वाइस चेयरमैन नियुक्त किया गया, जबकि दोनों का स्थानीय राजनीति से कोई संबंध नहीं है और न ही उन्होंने क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित किया।
यह मार्केट कमेटी 35 गांवों को कवर करती है, जिनमें से 21 गांव गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा क्षेत्र के हैं, लेकिन नियुक्त पदाधिकारियों का इन गांवों पर कोई प्रभाव नहीं है। भाजपा नेताओं ने वाइस चेयरमैन पर आपराधिक मामलों का भी उल्लेख किया और कहा कि ये नियुक्तियां जिलाध्यक्ष द्वारा सुझाए गए नामों पर की गईं, जिससे स्थानीय कार्यकर्ताओं में असंतोष है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हाल ही में आईटी सेल जिला प्रमुख को 831 बूथों पर ‘मन की बात’ का 100% प्रसारण का झूठा दावा करने पर सम्मानित किया गया, जबकि कई गांवों में कार्यक्रम आयोजित नहीं हुए थे। इसके अलावा, जिलाध्यक्ष की शह पर “प्रिंसिपल सेक्रेटरी” और “चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी” जैसे असंवैधानिक पद बनाए गए और कांग्रेस समर्थकों को टीम में शामिल किया गया।
प्रेसवार्ता में प्रेमदत्त कौशिक ने कहा कि यदि शीर्ष नेतृत्व कार्रवाई नहीं करता है, तो अगली बार उनकी शिकायत उनके खून से लिखी जाएगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं के चंदे और पार्टी फंड के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया, जिसमें मंडल अध्यक्षों को अनुचित ढंग से 5100-5100 रुपये के चेक बांटे गए। भाजपा नेताओं ने स्पष्ट किया कि मार्केट कमिटी की नियुक्तियाँ संगठन की नींव मजबूत करने के लिए होती हैं, लेकिन वर्तमान में उल्टा संगठन कमजोर हो रहा है।