वैज्ञानिक किसान सहनशील शोध को दे गति : काम्बोज
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में 50वीं अनुसंधान कार्यक्रम समिति (आरपीसी) की बैठक कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए।
इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. आर.एस. सोलंकी, पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. प्रेम सिंह, बागवानी विश्वविद्यालय के निदेशक (स्पेशल) डॉ. अर्जुन सिंह, बागवानी विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ. रणबीर सिंह, हरियाणा किसान कल्याण प्राधिकरण के सीईओ आर.एस. चौहान तथा आईंआईंडब्ल्यूबीआर से डॉ. ओ.पी. अहलावत उपस्थित रहे।
कुलपति प्रो बी.आर. काम्बोज ने बताया कि अनुसंधान कार्यक्रम समिति एक जीवंत और उत्पादक अनुसंधान वातावरण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। अनुसंधान निदेशक डॉ. राजबीर गर्ग ने बताया कि साढ़े चार वर्षों के इस कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने 16 फसलों की 44 किस्में विकसित की हैं।
इनके अतिरिक्त जारी करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 3 और राज्य स्तर पर 11 किस्मों की पहचान की गई है। इनमें गेहूं की डब्ल्यूएच 1270, धान की एचकेआर 49, गन्ने की सीओएच 160 व सरसों की आरएच 1706 शामिल हैं। विश्वविद्यालय की तिलहन, बाजरा, ज्वार और दलहन की टीमों को राष्ट्रीय स्तर पर बैस्ट सेंटर अवार्ड प्राप्त किए हैं।
हकृवि के एक हेक्टेयर एकीकृत कृषि प्रणाली मॉडल को आईसीएआर द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित किया गया। इस दौरान विश्वविद्यालय को 41 आईपीआर प्रदान किए गए हैं। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, अधिकारी, विभागाध्यक्ष उपस्थित रहें।