सरदार पटेल के प्रयासों से देश में एकता और अखंडता का भाव हुआ मजबूत : विजेंद्र
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती की पूर्व संध्या पर बृहस्पतिवार को महात्मा ज्योतिबा फूले धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा स्थानीय पीपली वाली जोहड़ी के नजदीक स्थित भारत शिक्षा सदन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह जानकारी पर्यावरण प्रहरी विजय सिंहमार और समाजसेवी रिंकू ख्यालीराम ने दी।
कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि हरियाणा अनुसूचित जाति आयोग के वाईस चेयरमैन विजेंद्र बड़गुजर तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी सचिन जैन उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ट्रस्ट के अध्यक्ष रमेश सैनी ने की, जबकि महंत चरणदास महाराज का सान्निध्य रहा। इस दौरान उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता और अखंडता की शपथ दिलाई गई।
इस अवसर पर बड़गुजर ने कहा कि सरदार पटेल का योगदान न केवल राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि उनके प्रयासों से भारत में राष्ट्रीय एकता और अखंडता की भावना मजबूत हुई। आजादी के समय देश में 500 से अधिक रियासतें थीं, जिन्हें सरदार पटेल ने अपनी कूटनीति, दृढ़ निश्चय और दूरदर्शिता से भारत संघ में शामिल कराया।
विजेंद्र बडग़ुजर ने कहा कि उनके इन प्रयासों से भारत का भौगोलिक एकीकरण संभव हो सका और एक अखंड भारत का सपना साकार हुआ। उन्होंने बताया कि उनके योगदान के सम्मान में हर वर्ष उनकी जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जाती है। इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष रमेश सैनी ने कहा कि सरदार पटेल ने न केवल रियासतों का एकीकरण किया, बल्कि एक प्रभावी प्रशासनिक ढांचा भी तैयार किया, जिसने देश की स्थिरता और एकता को मजबूत आधार प्रदान किया।
 
 
             
            