रोहतक रैली रचेगी इतिहास, प्रदेश की राजनीति को देगी नई दिशा : रामपाल माजरा
इनेलो प्रदेशाध्यक्ष ने हलके के गांवों का दौरा कर दिया रोहतक रैली का निमंत्रण
इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व मंत्री रामपाल माजरा ने शनिवार को जींद हलके के कई गांवों का दौरा किया और ग्रामीणों से 25 सितंबर को रोहतक में आयोजित होने वाली चौधरी देवीलाल सम्मान दिवस रैली में पहुंचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह रैली हरियाणा की राजनीति का भविष्य तय करेगी और नई दिशा देने का काम करेगी।
माजरा ने कहा कि 25 सितंबर को होने वाली यह रैली पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं जननायक चौधरी देवीलाल के जन्मदिवस पर आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि देवीलाल ने जननायक बनने की अपनी राजनीतिक यात्रा 23 मार्च 1986 को जींद की धरती से शुरू की थी। इस दृष्टि से जींद जिले की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है कि वह रैली में बड़ी भागीदारी निभाए।
उन्होंने कहा कि जींद देवीलाल की कर्मभूमि रही है और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का यह सबसे मजबूत राजनीतिक गढ़ भी रहा है। साथ ही जींद की भौगोलिक सीमा रोहतक से लगती है, जिससे जिले की उपस्थिति रैली में और अधिक मायने रखती है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए माजरा ने कहा कि हरियाणा के लोगों ने कांग्रेस को सत्ता सौंपने का मन बना लिया था, लेकिन आपसी फूट और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा भाजपा को अंदरखाते मदद करने के चलते कांग्रेस ने खुद ही सत्ता से हाथ धो लिया।
वहीं भाजपा को किसान विरोधी करार देते हुए माजरा ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों की सम्मान निधि में वर्षों से कोई वृद्धि नहीं की। आज किसानों को केवल 500 रुपये प्रति माह की राशि मिल रही है, जो बेहद नाकाफी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा किसान सम्मान निधि बढ़ाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून लागू करने की बात कहे जाने के बाद केंद्र सरकार ने नाराज होकर उनसे इस्तीफा ले लिया।
माजरा ने दावा किया कि इनेलो में पुराने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बड़ी संख्या में वापसी हो रही है। प्रदेशभर में रोजाना हो रही जॉइनिंग इस बात का सबूत है कि जनता एक बार फिर इनेलो के साथ खड़ी हो रही है। माजरा ने विश्वास जताया कि हरियाणा में अगली सरकार इनेलो की होगी।
उन्होंने कहा कि रोहतक में होने वाली 25 सितंबर की रैली लाखों की भीड़ के साथ प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में मील का पत्थर साबित होगी। यह रैली पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के निधन के बाद इनेलो की पहली बड़ी शक्ति-प्रदर्शन होगी और पार्टी सुप्रीमो अभय सिंह चौटाला के अथक प्रयासों से इसे ऐतिहासिक बनाया जाएगा। इस दौरे में रामपाल माजरा के साथ जिलाध्यक्ष बिजेंद्र रेढू, जयकुमार पवार, सुखजिंन्द्र सिंह (पप्पू रेढू), जय नारायण जिलेदार, सुखबीर ढुल, कुलदीप राणा आदि भी थे।