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गलत नीतियों से प्रदेश में ठप हुईं राइस, कपास व दाल मिलें : बजरंग गर्ग

व्यापारी प्रतिनिधियों की मीटिंग हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फेड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। इस मीटिंग में लगातार उद्योग पिछड़े, बिजली की दरों में बढ़ोतरी करने पर व मार्केट फीस ज्यादा...
हिसार में व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग व्यापारी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए।- हप्र
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व्यापारी प्रतिनिधियों की मीटिंग हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फेड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। इस मीटिंग में लगातार उद्योग पिछड़े, बिजली की दरों में बढ़ोतरी करने पर व मार्केट फीस ज्यादा होने पर गम्भीर चिंता प्रकट की।

बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों से प्रदेश में राइस, कपास व दाल मिले ठप्प होती जा रही है। यहां तक की सरकार द्वारा कोई सुविधा न देने पर प्रदेश में गांव स्तर पर छोटे व मध्यम उद्योग 70 प्रतिशत बंद हो चुके हैं। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, उत्तरांचल में उद्योग लगाने पर सरकार की तरफ अनेकों प्रकार की रियायतें व सुविधा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में धान, नरमा व गेहूं पर चार प्रतिशत मार्केट फीस बहुत ज्यादा है। राजस्थान में मार्केट नरमा पर 50 पैसे, गेहूं पर 1.60 रुपए, धान पर 1.60 रुपए, मूंग, मोठ, गवार पर 1.60 रुपए व बाजरा पर मार्केट फीस फ्री है। सरकार को उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के उद्योगपति व व्यापारियों को रियायतें देने की जरूरत है। सरकार ने रियायतें देने की बजाए उद्योग, रिहायशी व कमर्शियल पर बिजली की दरें अनाप-शनाप बढ़ाकर जनता पर आर्थिक बोझ डालने का काम किया है। सरकार ने उद्योग पर फिक्स चार्ज 165 रुपए से बढ़कर 290 रुपए करना सरासर गलत है। इससे छोटे, मध्यम व बड़े उद्योगों पर भारी भरकम बोझ पड़ेगा। इस सरकार में व्यापारी व उद्योगपतियों पर इंस्पेक्ट्रीराज पूरी तरह हावी है। प्रदूषण, बिजली, आबकारी एवं कराधान, जीएसटी व मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारी बिना सेवा शुल्क लिए बिना कोई काम तक नहीं करते हैं। सरकारी अधिकारी रिश्वत लेना तो अपना जन्म सिद्ध अधिकार समझते हैं। सरकार को भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

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