6 साल पहले लापता नहीं, अगवा हुआ था रेवाड़ी का अंश गुलाटी
रेवाड़ी का अंश गुलाटी ट्यूशन के लिये निकला था घर से
यह मामला नगर के मोहल्ला तोपचीवाड़ा में रहने वाले रितेश गुलाटी के 15 वर्षीय बेटे अंश गुलाटी से जुड़ा हुआ है। रितेश बताते हैं कि 11 अक्तूबर 2019 को अंश घर से ट्यूशन के लिए निकला था। वह 11वीं कक्षा का छात्र था। जब वह देर शाम तक घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश की गई। उसकी स्कूटी रेवाड़ी रेलवे स्टेशन की पार्किंग में खड़ी मिली और वहां लगे सीसीटीवी फुटेज में पुल से जाता दिखाई दिया। अगले दिन उन्होंने शहर थाना में गुमशुदगी का मामला दर्ज करवा दिया।
रितेश ने कहा कि दो दिन पूर्व उसके पास हिसार से उसके दोस्त का फोन आया और कहा कि हिसार के एक मंदिर में आईजीपी के नाम मिले एक पत्र से जानकारी मिली है कि अंश गुलाटी गायब नहीं हुआ, बल्कि उसका अपहरण हुआ है। दोस्त ने बताया कि यह पत्र किसी और ने नहीं, बल्कि अपहरणकर्ता द्वारा ही यहां के एक मंदिर में छोड़ा गया है।
पत्र में लिखे अगवा किये लोगों के नाम
इस पत्र में अपना नाम गुप्त रखते हुए उसने खुलासा किया है कि उसने व गैंग ने हरियाणा, पंजाब व राजस्थान से करीब 80 से 100 लोगों को उठाया है। इनमें हिसार के 5 से 10 लोग शामिल हैं। उन्होंने अंबाला से दिग्विजय, नरवाना ने नवीन रोहिल्ला, गुरुग्राम से अमरनाथ, ऐलानाबाद से विनोद कुमार, अमित बागड़ी, हिसार से सुमित गर्ग, रेवाड़ी से अंश गुलाटी, गंगानगर से रोहिणी व सन्नी, अजमेर से अंकित शर्मा, सिरसा से अनुज, यजपुर से नरेश को उठाया है और इन्हें पाकिस्तान व दुबई में बेच दिया है।
आईजीपी के नाम पत्र में लिखा है कि इस किडनैपिंग में फतेहाबाद का एक परिवार मदद कर रहा था। यह परिवार अलग-अलग तरीके से टारगेट ढूंढ़ कर देता था। अगवा लोगों के परिवारों से फिरौती मांगते, जो फिरौती देने आता उसे भी पकड़ लेते थे। बाद में इन्हें अलग-अलग देशों में बेच देते थे।
पत्र में लिखा गया है कि हमारी बॉस एक मैडम है। मामला उस समय बिगड़ गया, जब उठाया गया एक व्यक्ति पाकिस्तान से भाग निकला। मैडम अब उसे धमकी देे रही है कि उसे जान से मार दो, या उसके परिवार के बच्चे को उठा लो। मैडम हर बार नये नंबर से फोन करती है। उसके ऊपर भारी दबाव होने वह यह पत्र लिख रहा है। पत्र में लिखा है कि उसकी मैडम चंडीगढ़ के एक व्यक्ति को भी पकड़ने के लिए कह रही है।
अंश के पिता रितेश ने कहा कि उसका बेटा कहां है और किस हाल में है, अभी पता नहीं चल सका है। लेकिन वे शीघ्र ही दिल्ली जाकर भारत सरकार के संबंधित मंत्रालय से संपर्क कर बेटे को बचाने व बरामद करने की गुहार लगाएंगे।