शोध व नवाचार से पूरा होगा विकसित भारत का संकल्प : बिश्नोई
गुजविप्रौवि में अंतरिक्ष सप्ताह के उपलक्ष्य पर हुआ कार्यक्रम का आयोजन
गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजविप्रौवि) के कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने कहा कि भारत वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्प शोध और नवाचार के माध्यम से ही पूरा होगा। उन्होंने बताया कि गुजविप्रौवि इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और विश्वविद्यालय में शोध एवं नवाचार के लिए पर्याप्त आर्थिक संसाधन उपलब्ध हैं।
कुलपति यह बातें भौतिकी विभाग की भौतिकी एसोसिएशन द्वारा अंतरिक्ष सप्ताह-2025 के तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में बोलते हुए कह रहे थे। प्रो. बिश्नोई ने कहा कि इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों में विज्ञान और नवाचार के प्रति जिज्ञासा और उत्साह जगाते हैं।
विद्यार्थियों को रचनात्मक और शैक्षिक प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी प्रतिभा और वैज्ञानिक सोच प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है। उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय का पंडित दीनदयाल उपाध्याय नवाचार एवं इनक्यूबेशन केंद्र हरियाणा में नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देकर विद्यार्थियों को आत्म-साक्षात्कार के लक्ष्य को प्राप्त करने का मंच प्रदान कर रहा है।
भौतिकी विभाग के अध्यक्ष प्रो. आर.एस. कुंडू ने विद्यार्थियों को विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ने और समाज एवं राष्ट्र के उत्थान में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। धन्यवाद संबोधन प्रो. नीतू अहलावत ने दिया।
कार्यक्रम में प्रो. ओम प्रकाश सांगवान, प्रो. आशीष अग्रवाल, डॉ. रमेश कुमार, डॉ. हरदेव सिंह, डॉ. रवि भाटिया, डॉ. साहिल सैनी, डॉ. वंदना नागल, डॉ. जोगेन्दर सांगवान, अनूप सिंह और डॉ. डेविड जोसेफ भी उपस्थित थे। प्रतियोगिताओं के परिणाम में पोस्टर प्रस्तुति में भौतिकी विभाग की गरिमा और तमन्ना ने प्रथम स्थान, पायल और सीमा ने दूसरा तथा तनिषा और मुस्कान ने तीसरा स्थान हासिल किया। क्विज प्रतियोगिता में सीएसई विभाग की टीम स्पेस एक्सप्लोरर्स ने प्रथम और टीम तांडव ने दूसरा स्थान पाया। वक्तृत्व प्रतियोगिता में समीक्षा और वरिंदा ने प्रथम स्थान हासिल किया।