रामलीला प्रभु श्रीराम के जीवन चरित्र का जीवंत उदाहरण : आचार्य देवव्रत
श्री रामलीला उत्सव कमेटी द्वारा सोमवार से पुरानी आईटीआई ग्राउंड में रामलीला मंचन एवं दशहरा मेला का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर गुजरात एवं महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत व एलपीएस बोसार्ड के एमडी राजेश जैन ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की, जबकि तिजारा से विधायक एवं बीएमयू के कुलाधिपति महंत बालकनाथ योगी बतौर मुख्य यजमान मौजूद रहे। अतिथिगणों ने रिबन काटकर रामलीला मंचन का शुभारम्भ किया।
इस मौके पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि रामलीला मंचन प्रभु श्रीराम के जीवन चरित्र एवं आदर्शों का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि श्रीराम का जीवन धर्म, कर्तव्य और मर्यादा का प्रतीक है और हम सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए।
राज्यपाल देवव्रत ने प्राकृतिक खेती अपनाने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज हम जिस प्रकार से रासायिक खाद का तेजी से प्रयोग कर रहे है, उससे कई बीमारियां होने का अंदेशा बना रहता है, इसलिए प्राकृतिक खेती आज समय की मांग है। इस अवसर पर एलपीएस बोसार्ड के एमडी राजेश जैन ने कहा कि आधुनिकता के समय में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन साथ ही अपनी पुरानी संस्कृति व मान्यताओं की अनदेखी कर रहे हैं, जोकि ठीक नहीं है।
रामलीला महोत्सव का मकसद धार्मिक संस्कृति को बढ़ावा देना और युवाओं को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना है। राजेश जैन ने कहा श्रीराम के जीवन से हमें यही संदेश मिलता है कि कभी अहंकार नहीं करना चाहिए और हमेशा सच्चाई के मार्ग पर चलना चाहिए।
इस अवसर यूपीएस के डायरेक्टर विजय जैन, राजकुमार शर्मा, विपिन गुप्ता, राहुल जैन, प्रो. राजबीर सिंह, सुभाष तायल, डा. आदित्य बत्तरा, मनमोहन गोयल, सुरेश बंसल, राम अवतार वाल्मीकि, शलैष जैन सहित शहर के प्रबुद्ध लोग मौजूद रहे।