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बारिश से मंडियों में भीगी बाजरे और धान की फसल, आढ़ती परेशान

​जिले में अब तक 1631​ किसानों की 41314.5 ​क्विंटल बाजरे की हुई प्राइवेट खरीद जिले में सोमवार को हुई बारिश से मंडियों में रखी बाजरे और धान की फसल भीग गई, जिससे आढ़तियों और किसानों को परेशानी का सामना...

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​जिले में अब तक 1631​ किसानों की 41314.5 ​क्विंटल बाजरे की हुई प्राइवेट खरीद

जिले में सोमवार को हुई बारिश से मंडियों में रखी बाजरे और धान की फसल भीग गई, जिससे आढ़तियों और किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश से तीन हजार क्विंटल बाजरे और दो हजार क्विंटल धान की फसल प्रभावित हुई। आढ़तियों ने फसल को ढकने के लिए तिरपाल लगाकर प्रयास किया, लेकिन भारी बारिश के चलते फसल पूरी तरह सुरक्षित नहीं रह सकी।

जिले की अनाज मंडियों में सोमवार शाम तक 5322 किसानों की बाजरे की फसल के गेट पास काटे गए, जिनकी कुल आवक 1,39,221.5 क्विंटल दर्ज की गई। वहीं, अब तक 1631 किसानों की 41,314.5 क्विंटल बाजरे की प्राइवेट खरीद भी की गई है। इसके साथ ही बाजरे और धान का उठान जारी है।

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झज्जर अनाज मंडी के आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान विनोद पूनिया ने बताया कि पहले खेतों में प्राकृतिक आपदा के कारण बाजरे की फसल खराब हुई थी, और अब मंडियों में रखी फसल भी बारिश से प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति से किसानों के साथ-साथ आढ़तियों को भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। पूनिया ने यह भी बताया कि किसानों का पूरा डाटा ई-खरीद पोर्टल पर दर्ज न होने के कारण समस्याएं बढ़ रही हैं।

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