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पत्थर, बजरी, रेत पर रायल्टी व वाहनों पर ज्यादा फीस लगाने से जनता में रोष : पवन बुवानीवाला

हरियाणा व्यापार मंडल के प्रदेश महासचिव एवं चैम्बर ऑफ कॉमर्स के भिवानी प्रधान डॉ. पवन बुवानीवाला ने कहा कि प्रदेश में अब घर बनाना महंगा होगा। सरकार ने पत्थर, रेत आदि रॉयल्टी बढ़ी दी है। वहीं, दूसरे राज्यों से बेहतर...
डॉ. पवन बुवानीवाला
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हरियाणा व्यापार मंडल के प्रदेश महासचिव एवं चैम्बर ऑफ कॉमर्स के भिवानी प्रधान डॉ. पवन बुवानीवाला ने कहा कि प्रदेश में अब घर बनाना महंगा होगा। सरकार ने पत्थर, रेत आदि रॉयल्टी बढ़ी दी है। वहीं, दूसरे राज्यों से बेहतर क्वालिटी का पत्थर मंगवाया तो उस पर भी टैक्स लगा दिया गया है। सरकार द्वारा पत्थर, बजरी, रेत पर रायल्टी व वाहनों पर ज्यादा फीस लगाने से जनता में भारी रोष है जिस पर सरकार द्वारा पुनर्विचार किया जाना चाहिए यह बात उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पत्थर, बजरी, रेत पर रायल्टी व वाहनों पर ज्यादा फीस लगाने से प्रदेश की आम जनता में बड़ा भारी रोष है। सरकार द्वारा पत्थर, बजरी, रेत पर रायल्टी व वाहनों की फीस बढ़ाने पर आम जनता का मकान व दुकान बनाने का सपना सपना बनकर ही रह जाएगा।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकार 2014 में क्रशर, रेती, बजरी लगभग 7 रुपए फुट थी सरकार की गलत नीतियों के कारण आज 35 रुपए फुट बिक रहा है। अभी पत्थर, बजरी, रेता पर रायल्टी 45 रुपए प्रति टन है जिसे बढ़ाकर 100 रुपए प्रति टन कर दिया है बालू रेता की रायल्टी जो 40 रुपए प्रति टन था उसे बढ़ाकर 80 रुपए प्रति टन करना जनता की जेब में डाका डालना है, जबकि चूना व पत्थर पर 150 रुपए प्रति टन रायल्टी करना उचित नहीं है।

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उन्होंने कहा कि रायल्टी बढ़ाने से मकान, दुकान व अन्य निर्माण करना पहले से लगभग 25 प्रतिशत मंहगा हो जाएगा। सरकार को पत्थर, बजरी, रेत व बालू रेत पर बढ़ाई गई रायल्टी को तुरन्त प्रभाव से वापस लेना चाहिए। सरकार की ओर से कैबिनेट में लिए गए फैसले की अधिसूचना जारी कर लागू कर दिया है। पत्थर व रेत पर प्रति टन लगने वाली 45 रुपए तक की रॉयल्टी अब 150 रुपए तक हो गई है। पूर्व में पत्थर पर प्रति टन 45 रुपए रॉयल्टी लगाई जाती थी, लेकिन अब यह बढ़कर 100 रुपए हो गई है।

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