टेंट उखाड़ने व गिरफ्तारी के विरोध में मजदूर संगठनों का प्रदर्शन
रोहतक, 20 जून (हप्र)
पीजीआईएमएस रोहतक में अनुबंधित कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर शुक्रवार को तब हालात गर्मा गए जब रात को धरनास्थल से टेंट उखाड़े गए और सुबह सैकड़ों ठेका कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया गया। इस कार्रवाई के विरोध में सीटू, सर्व कर्मचारी संघ समेत विभिन्न मजदूर संगठनों ने स्थानीय मानसरोवर पार्क में एकत्र होकर सभा की और इसके बाद उपायुक्त कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया।
सभा की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान कर्मवीर सिवाच और मजदूर संगठन की जिला प्रधान कमलेश लाहली ने संयुक्त रूप से की। आंदोलनकारियों ने प्रशासन की दमनात्मक कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि पीजीआई कर्मचारियों की आवाज को दबाने का प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीटू के प्रदेश उपाध्यक्ष सतबीर सिंह, जिला सचिव विनोद, कर्मचारी संघ नेता सुमेर सिवाच व जयवीर चहल ने सरकार पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार हरियाणा कौशल रोजगार निगम के नाम पर ठेका प्रथा खत्म करने की बात तो करती है, लेकिन पीजीआई जैसे संस्थानों में 1300 से अधिक ठेका कर्मचारियों को अब तक निगम में शामिल नहीं किया गया है।
नेताओं ने बताया कि सफाईकर्मी, माली, लिफ्ट मैन, इलेक्ट्रीशियन, डेटा प्रविष्टि सहायक, ऑपरेटर सहित कई पदों पर कार्यरत कर्मचारी बीते 2 जून से लगातार हड़ताल पर हैं। सरकार से मांग की गई कि सभी ठेका व अनुबंधित कर्मचारियों को निगम में शामिल कर स्थायी किया जाए तथा न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये सुनिश्चित किया जाए। बाद में आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर जोरदार नारेबाजी की और डीडीपीओ राजपाल चहल के माध्यम से कर्मचारियों की रिहाई व 26 हजार रुपये न्यूनतम वेतन सुनिश्चित करने संबंधी ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन में रिटायर्ड कर्मचारी संघ के जिला प्रधान जगपाल सांगवान, रोडवेज कर्मचारी नेता प्रदीप, मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन के राकेश लकड़ा, खेत मजदूर यूनियन के संदीप सिंह व रामचंद्र, मिड डे मील वर्कर्स यूनियन की बबीता, आशा वर्कर्स की सोनिया व फूलवती, ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के प्रकाशचंद्र, चौकीदार सभा के रामनिवास, भवन निर्माण कामगार यूनियन के सतपाल, किसान सभा के अशोक राठी समेत अनेक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।