सफीदों में टोल फ्री करने पर 150 से अधिक लोगों पर केस, मृतक मैनेजर के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग
जानकारी अनुसार, रोहतक के भैणी सुरजन के निवासी सुमीत सिवाच की 55 दिन पहले टोल प्लाजा पर ड्यूटी के दौरान दुर्घटना में मौत हो गई थी। मृतक के परिवार को कंपनी द्वारा मुआवजा नहीं देने पर शनिवार को आंदोलनकारी टोल प्लाजा पर बूम बैरियर को उठाकर सभी वाहनों के लिए टोल फ्री कर दिया। रविवार को भी स्थिति वैसी ही बनी रही।
इस घटना के बाद टोल प्लाजा की संचालक कंपनी राधावल्लभ एसोसिएट्स के स्थानीय प्रबंधक सुनील जैन की शिकायत पर सफ़ीदों के थाना पिल्लूखेड़ा में 150 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। आरोपितों में 13 नामजद हैं, जिनमें किसान नेता रवि आज़ाद, आंदोलनकारी प्रधान अंकुश, अमित सरपंच, रघबीर, कृष्ण सिवाच, जगबीर फौजी, धर्मबीर नम्बरदार, रणबीर सिवाच, महावीर सिंह, बीकेयू के अशोक, कुलदीप, सुनीता और टोल कर्मी यूनियन के प्रधान धर्मपाल शामिल हैं। बाकी लगभग 100-150 अज्ञात लोग भी आरोपी बनाए गए हैं।
टोल प्रबंधन टीम के दीपक शर्मा ने बताया कि इस आंदोलन के चलते कंपनी को दो दिनों में 12 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मृतक सुमीत जिस टोल पर था, वह रक्षक कंपनी के अंतर्गत आता था और उनके टोल प्लाजा का रक्षक कंपनी से कोई संबंध नहीं है।
आंदोलनकारी इसका विरोध करते हुए कहते हैं कि सुमीत की मृत्यु कंपनी की ड्यूटी के दौरान हुई थी और इसलिए रक्षक कंपनी जिम्मेदार है। उनका मांग है कि मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और कंपनी में समान स्तर की नौकरी उपलब्ध कराई जाए। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सुरक्षा बल भी तैनात किए गए हैं।