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लोकेशन बेस जियो फेंसिंग अटेंडेंस का विरोध

प्रदेशभर में स्वास्थ्य अधिकारियों, कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर सौंपे ज्ञापन, वापस लेने की मांग
जींद में सोमवार को सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते स्वास्थ्य विभाग अधिकारी और कर्मचारी। -हप्र
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स्वास्थ्य विभाग में लोकेशन आधारित जियो फेंसिंग अटेंडेंस का जींद समेत पूरे प्रदेश में विरोध शुरू हो गया है। जींद में सोमवार को जींद के सिविल अस्पताल में मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद मांगों का ज्ञापन सिविल सर्जन डॉ. सुमन कोहली को सौंपा। सोमवार सुबह जींद में स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारी और अधिकारी सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर जमा हुए। कर्मचारियों और अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग में जियो फेंसिंग लोकेशन आधारित अटेंडेंस सिस्टम का विरोध किया।

एचसीएमएस एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉ. बिजेंद्र ढांडा, स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राममेहर वर्मा, एलटी एसोसिएशन के जिला प्रधान ओमपाल ढांडा, एनएचएम कर्मचारी नेता गौरव सहगल आदि ने कहा कि जियो फेंसिंग अटेंडेंस कर्मचारियों और अधिकारियों की निजता का हनन है। इससे कर्मचारियों और अधिकारियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ती है। इस समय विभाग में बायो मैट्रिक से हाजिरी लग रही है। दूसरे किसी विभाग में जियो फेंसिंग अटेंडेंस लागू नहीं है। केवल स्वास्थ्य विभाग में इसे लागू कर कुछ अधिकारी सरकार और स्वास्थ्य विभाग स्टाफ के बीच टकराव के हालात पैदा कर रहे हैं। प्रदर्शन के बाद सिविल सर्जन डॉ. सुमन कोहली को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें सरकार से मांग की गई कि जियो फेंसिंग अटेंडेंस का फैसला तुरंत वापस लिया जाए। इस मौके पर डॉ. राजेश भोला, डॉ. आरएस पूनिया, डॉ. संकल्प डोडा, डॉ. रवि राणा, डॉ. पुष्पा, रवि मलिक आदि मौजूद रहे।

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क्या है जियो फेंसिंग अटेंडेंस सिस्टम

स्वास्थ्य कर्मियों को अपने निजी मोबाइल में एक एप डाउनलोड करना होगा। ड्यूटी टाइम में उन्हें अपने फोन की लोकेशन ऑन रखनी होगी। जैसे ही कोई कर्मचारी अपने संस्थान से 500 मीटर दूर होगा, उसे गैरहाजिर माना जाएगा।

सिविल सर्जन ने कहा

जींद की सिविल सर्जन डॉ. सुमन कोहली ने जियो फेंसिंग अटेंडेंस सिस्टम को लेकर कहा कि विभाग के मुख्यालय के आदेश का पालन करवाया जा रहा है। ड्यूटी टाइम के बाद कर्मचारी और अधिकारी अपनी लोकेशन ऑफ कर सकते हैं।

सांकेतिक हड़ताल

सफीदों (निस):

उपमंडल नागरिक अस्पताल परिसर में सभी स्वास्थ्य स्टाफ कर्मियों ने हाजिरी की नई जिओ फेंसिंग प्रणाली के विरोध में 1 घंटे की सांकेतिक हड़ताल सुबह 10 से 11 बजे तक की। उपमंडल के कालवा, मुआना व हाट स्वास्थ्य केंद्रों में भी सांकेतिक हड़ताल के कारण 1 घंटे के लिए काम बंद रहा। इस मौके पर डॉक्टरों ने बताया कि 1 घंटे के दौरान भी आपातकालीन सेवाएं चालू हैं।

स्वास्थ्य कर्मियों ने किया रोष प्रदर्शन

महेंद्रगढ़ (हप्र):

नागरिक अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने जियो फेंसिंग के विरोध में सुबह नौ बजे से दस बजे तक एक घंटे रोष-प्रदर्शन कर विरोध किया। कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन के कारण ओपीडी में लंबी लाइनें लगी रही। स्वास्थ्य विभाग की तालमेल कमेटी व बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन के आह्वान पर सोमवार को नागरिक अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग आॅफिसर, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने जीओ फेंसिंग एप लागू करने के विरोध में एक घंटा काम छोड़ विरोध-प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार से इस निर्णय को वापस लेने की मांग की।

डाक्टर बोले - पहले ही रजिस्टर व बायोमीट्रिक हाजिरी लगा रहे तो जियो फेंसिंग क्यों ?

रोहतक/हिसार, 4 जुलाई (निस/हप्र)

जियो फेंसिंग हाजिरी के विरोध में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने एक घंटे के लिए कलम छोड़ हड़ताल की और एमएस के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। स्वास्थ्य कर्मियों की एक घंटे कलम छोड़ हड़ताल के चलते मरीजों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने चेताया कि अगर सरकार ने इस निर्णय को तुंरत वापस नहीं लिया तो पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी तालमेल कमेटी के डॉ. विश्वजीत ने कहा कि सरकार विभाग के डाॅक्टरों को बेवजह परेशान करने के लिए नए नए नियम लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि जब मेडिकल स्टाफ रजिस्टर व बायोमेट्रिक हाजिरी लगा रहे हैं तो फिर जियो फेंसिंग क्यों? वहीं हिसार में स्वास्थ्य विभाग तालमेल कमेटी के आह्वान पर प्रदेशभर के तमाम ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सोमवार को सभी चिकित्सा संस्थानों पर एक घंटे का कार्य स्थगन कर रोष जताया। स्वास्थ्य विभाग के एसीएस, सचिव व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक और महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाओं के खिलाफ रोष प्रकट कर सिविल सर्जन डॉ. सपना गहलावत को ज्ञापन सौंपा।

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