बेटे की शादी का बहाना बना पति ने पत्नी की बीमा पॉलिसी से निकाले 9 लाख रुपये
जिसमें उसने अपने पति सतीश कुमार को नॉमिनी बनाया था। पॉलिसी पूरी होने के बाद पॉलिसी होल्डर को 15 लाख रुपये मिलने हैं। वर्ष 2021 में उसका उसके पति सतीश कुमार से मतभेद हो गया और उसके पति ने उसे घर से निकाल दिया। जिसके बाद वह पिता दलीप सिंह के साथ रहने लगी। उक्त पॉलिसी की किस्त वर्ष 2023 तक उसके पति ने बैंक में जमा कराई। लेकिन इसके बाद जब उसके पति ने किश्त जमा नहीं कराई तो उसके पिता दलीप सिंह ने उक्त पॉलिसी की 1.50 लाख रुपये की किस्त जमा करा दी। जिसके बाद उसने उक्त पॉलिसी में नॉमिनी अपने पिता दलीप सिंह को बना दिया और यह जानकारी बैंक अधिकारी, उसके पति को भी दी। उसने साफ तौर पर बैंक कह दिया था उक्त पॉलिसी में उसके पति का कोई संबंध नहीं है और न ही उसका पति इस राशि को हाथ लगा सकता है।
सुभद्रा का आरोप है कि उसके पति सतीश कुमार ने बैंक अधिकारियों से साठ-गांठ करके बेटे की शादी का बहाना बनाकर उक्त पॉलिसी में से 922650 रुपये ज्वाइंट खाते में ट्रांसफर करवा लिये और फिर ज्वाइंट खाते से खुद के पर्सनल खाते में ट्रांसफर कर लिये। जब उसे नकदी निकालने का मैसेज प्राप्त हुआ तो उसने बैंक अधिकारियों से संपर्क किया। जिस पर उसके पति ने कहा कि वह इस राशि को वापस बैंक में जमा करवा देगा। लेकिन काफी आश्वासन व इंतजार के बाद जब निकाली गई राशि जमा नहीं हुई तो उसने इसकी शिकायत संबंधित थाना पुलिस, एसपी व सीएम विंडो पर दी। लेकिन शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने पर पीड़िता ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। अब अदालत के आदेश पर संबंधित थाना पुलिस ने पति के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।