संगठन पुनर्गठन को लेकर पर्यवेक्षकों ने लिया फीडबैक
इकबाल सिंह शांत/निस
डबवाली, 17 जून
कांग्रेस आलाकमान द्वारा संगठन पुनर्गठन के चलते पार्टी कैडर में दुविधा व गुटबाजी की स्थिति बढ़ रही है। जिला अध्यक्ष हेतु फीडबैक प्रक्रिया से छोटे कार्यकर्ता असमंजस की स्थिति में हैं। उन्हें सैलजा-हुड्डा गुट के मध्य चौधर विवाद से निपटने की पार्टी कवायद में जिला/हल्का स्तरीय नेताओं की चौतरफा चक्की में पिसने की खौफ सता रहा है।
मंगलवार को संगठन पुनर्गठन अभियान के अंतर्गत डबवाली में केन्द्रीय पर्यवेक्षक क्रिस्टोफर तिलक व प्रदेश पर्यवेक्षक पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी व कृष्ण सातरोड पहुंचे। केन्द्रीय पर्यवेक्षक ने जिला सिरसा कांग्रेस के अध्यक्ष हेतु कई-कई कार्यकर्तायों के कमरा बंद विचार सुने। आनंद कैसल रिसोर्ट में आयोजित फीडबैक कार्यक्रम में दावेदार नेता अपने नाम आलाकमान तक पहुंचाने हेतु कार्यकर्तायों समेत पहुंचे थे। करीब 3-4 सौ कार्यकर्ता मौजूद रहे। बता दें कि जिला सिरसा कांग्रेस के अध्यक्ष पद की दौड़ में डबवाली के पूर्व विधायक अमित सिहाग, पूर्व मंत्री जगदीश नेहरा के पुत्र संदीप नेहरा, राज कुमार शर्मा, वीरभान मेहता व राजेश चाडीवाल व अन्य प्रमुख दावेदारों में शुमार हैं। जिलाध्यक्ष दौड़ में सांसद कुमारी सैलजा खेमे से दावेदारों की संख्या अधिक है। हुड्डा खेमे से अमित सिहाग का नाम प्रमुख है। सैलजा खेमे के पत्ते अभी खुले नहीं हैं। फीडबैक कार्यक्रम देर सायं तक चला। कार्यकर्ता रघुवीर सिंह ने फीडबैक कार्यक्रम पर सवाल उठाते हुए कहा कि अमीर व बड़े व्यक्ति को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया जायेगा, ऐसे में छोटे कार्यकर्तायों के फीडबैक का क्या औचित्य है। यह कार्यकर्तायों की भावनाओं से खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में दावेदारी के चलते संगठन में धरातल पर गुटबाजी व आपसी टकराव बढ़ेगा। वहीं पूर्व एआईसीसी ऑब्जर्वर क्रिस्टोफर तिलक ने कहा कि वे कार्यकर्ताओं के दिल की बात सुनने के लिए यहां आए हैं, वो अपनी रिपोर्ट हाईकमान को भेजेंगे ताकि हरियाणा में मजबूत संगठन खड़ा किया जाएगा।