Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

पेड़ों की अवैध कटाई और मिट्टी बिक्री पर एनजीटी सख्त, हरियाणा सरकार से मांगा जवाब

कादमा गांव के सरपंच पर लगे आरोप, अदालत ने समिति रिपोर्ट को बताया ‘अस्पष्ट और अधूरी’ जिले के कादमा गांव में पेड़ों की अवैध कटाई और मिट्टी की बिक्री के आरोपों पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने सख्त रुख...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

कादमा गांव के सरपंच पर लगे आरोप, अदालत ने समिति रिपोर्ट को बताया ‘अस्पष्ट और अधूरी’

जिले के कादमा गांव में पेड़ों की अवैध कटाई और मिट्टी की बिक्री के आरोपों पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने सख्त रुख अपनाते हुए हरियाणा सरकार से जवाब मांगा है। अदालत ने हरियाणा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक, चरखी दादरी के वन अधिकारी और हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी करते हुए एक महीने के भीतर विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है।

मामले में कादमा ग्राम पंचायत के सरपंच पर आरोप लगाए गए हैं। शिकायतकर्ता महेंद्र सिंह ने एनजीटी को बताया कि गांव में बड़े पैमाने पर पेड़ों की अवैध कटाई की गई है और मिट्टी की बिक्री की जा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिकायत वापस लेने के लिए उन पर दबाव बनाया जा रहा है।

Advertisement

इस पर एनजीटी ने चरखी दादरी के पुलिस अधीक्षक को जांच के आदेश दिए हैं और शिकायतकर्ता को सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश भी जारी किए हैं। एनजीटी ने इस मामले में गठित संयुक्त समिति की रिपोर्ट पर नाराजगी जताई है। अदालत ने कहा कि समिति की रिपोर्ट अधूरी, अस्पष्ट और तथ्यों से रहित है।

Advertisement

एनजीटी ने टिप्पणी की कि समिति ने आवेदक की शिकायतों से जुड़े सभी पहलुओं की सही तरीके से जांच नहीं की और न ही अपने निष्कर्ष स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किए हैं। अदालत ने समिति को निर्देश दिया है कि वह दोबारा जांच करे और स्पष्ट निष्कर्षों सहित अतिरिक्त रिपोर्ट दाखिल करे। साथ ही जांच स्थलों के ड्रोन वीडियो भी रिपोर्ट के साथ प्रस्तुत करने को कहा गया है।

वहीं, गांव कादमा की सरपंच चांदपति के पति एवं सरपंच प्रतिनिधि महेश फौजी ने आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि न तो पेड़ों की अवैध कटाई हुई है और न ही मिट्टी उठाई गई है। उन्होंने कहा कि कई विभागों ने पहले ही जांच की है और एनजीटी में साक्ष्यों सहित जवाब पेश किया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी सुनील श्योराण ने बताया कि नोटिस मिलने के बाद नियमानुसार जवाब दाखिल किया जाएगा।

Advertisement
×